अनिल भटनागर
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पुलिस वालों पर एक दलित के साथ टॉर्चर करने का आरोप लगा है। मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए संबंधित पुलिस वालों पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित ने एफआईआर में आरोप लगाया है कि उसे सब इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों ने पुलिस कस्टडी में टॉर्चर किया है। वहीं मामले में पहासू थाने के पुलिस वालों ने सफाई देते कहा कि पीड़ित को केवल पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया था। मामले की जांच चल रही है।
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क्या है पूरा मामलाः पीड़ित प्रमोद का कहना है कि उसके पिता ने ईएमआई पर एक ट्रैक्टर खरीदा था लेकिन माली हालत खराब होने के वजह से उसकी ईएमआई नहीं चुका पाए थे। पीड़ित ने यह भी बताया है कि पिछले तीन महीने से उसके पिता के साथ ट्रैक्टर का भी कोई पता नहीं है। मामले में पीड़ित ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए टॉर्चर करने की बात कही है।
टॉर्चर से थाने में ही पेशाब कर दियाः मामले में पीड़ित ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि 27 सितंबर के करीब तीन बजे पुलिस ने उसे थाने में बुलाया है और इसके बाद उसे कस्टडी में ही टॉर्चर करने लगे। बताया जा रहा है कि पीड़ित को थाने में इस कदर परेशान और टॉर्चर किया गया कि उसने थाने में ही पेशाब कर दी। पीड़ित ने एफआईआर में यह भी शिकायत की है कि उसके साथ यह दुर्व्यवहार उसके पत्नी और बच्चों के सामने किया गया।
पुलिस वालों पर हुई कार्रवाईः बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि प्रमोद अपनी शिकायत लेकर उनके पास आया था और मामले में कार्रवाई करते हुए उन्होंने सब-इंस्पेक्टर राजीव कुमार गौड़ और कांस्टेबल शैल और बब्लू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। एसपी ने पीड़ित का मेड़िकल कराया है लेकिन कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। एसपी ने यह भी बताया कि पीड़ित घटना के बाद लगड़ाता चल रहा था।

