Russian Couple Vrindavan News: साल 2019 में भारत के वृंदावन आए एक रूसी दंपति ने ऐसा कारनामा किया कि पुलिस चक्कर खा गई। पांच साल पहले टूरिस्ट वीजा पर भारत आया ये दंपति वृंदावन में धार्मिक गतिविधियों में शामिल हो गया। फिर उन्होंने एक ट्रस्‍ट का गठन किया। अब आरोप है कि इस दंपती ने अवैध तरीके से पैसों का लेन देन करके यहां सात मंजिला इमारत बनवा लिया है।

इमारत का नाम रशियन बिल्डिंग

यारोस्‍लाव रोमानोव और उनकी पत्नी नतालिया क्रिवोनोसोवा जो रूसी नागरिक हैं, उन्होंने वृंदावन के रमनेरती इलाके में इमारत बनवाया हुआ है। इस इमारत को रशियन बिल्डिंग के नाम से जाना जाता है। रूसी दंपति का गड़बड़झाला यहीं समाप्त नहीं हुआ। अवैध तरीके से बनाए गए इस इमारत के फ्लैट को उन्होंने बेचा भी और कुछ लोगों को किराए पर भी दिया।

हालांकि, बीते साल स्थानीय लोगों ने इस संबंध में जिला प्रशासन से शिकायत की, जिसके बाद सारा गड़बड़ा झाला सामने आ गया। डीएम ने 29 करोड़ की इमारत को कुर्क करने का आदेश जारी कर दिया। लेकिन अवैध तरीके से रियल एस्‍टेट धंधे में शामिल रूसी दंपति कोर्ट चला गया।

हालांकि, कोर्ट ने भी डीएम के आदेश पर मुहर लगा दी। अब ये इमारत कुर्क की जाएगी। हालांकि, इसमें पेंच हैं। वो ये कि जिन लोगों ने इस इमारत में घर खरीदा है वो इसका विरोध कर रहे हैं। दो साल पहले भी जब पुलिस यहां बिल्डिंग सीज करने पहुंची थी, तब इमारत में रहने वाले लोगों ने विरोध जताया था।

फ्लैट की रजिस्ट्री की लोगों ने कही बात

लोगों ने प्रशासन से कहा था कि उन्होंने कई साल पहले वृंदावन में भक्ति करने के मकसद से लाखों रुपये देकर रशियन बिल्डिंग में फ्लैट खरीदा था। फ्लैट की रजिस्ट्री भी उनके पास है।

गौरतलब है कि ये रशियन दंपति बड़ा शातिर है। वे वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी भारत में रह रहे थे। इस कारण 2022 में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था। साथ ही उनकी इमारत को भी सीज कर दिया था। एलआईयू ने दंपति को देश छोड़ने के लिए नोटिस भी जारी किया था। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उनके खिलाफ 2020 में करीब एक साल तक बिना वैधानिक वीजा के भारत में रहने पर मुकदमा दर्ज किया गया था। लेकिन वे ना तो वापस लौटे और ना ही दस्तावेज उपलब्ध कराया।