इधर अब उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में हाथरस की तरह कांड हुआ है। यहां एक दलित नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के बाद उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस पर आरोप लगा है कि पुलिस ने आननफानन में लड़की का अंतिम संस्कार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने से पहले ही करा दिया है। बताया जा रहा है कि दलित लड़की से रेप और उनकी हत्या की यह घटना बीते बुधवार की है। परिजनों ने एक खेत से लड़की की डेड बॉडी बरामद की है। गुरुवार की शाम को लड़की का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आया है जिसमें गला दबाकर हत्या और दुष्कर्म की पुष्टि की गई है।
शुरू में इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था। बाद में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लड़की के साथ यौन शोषण की पुष्टि हुई जिसके बाद पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (रेप) को भी एफआईआर में जोड़ा। ‘The Indian Express’ से बातचीत करते हुए यहां के एडिशनल एसपी राम सेवक गौतम ने कहा कि ‘बुधवार को इस मामले में धारा 302 (हत्या) के तहत केस दर्ज किया गया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर में धारा 376 जोड़ी गई है। जांच के बाद हम इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ कर रहे हैं।’
हालांकि लड़की की उम्र को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है। इसी वजह से पुलिस ने अभी तक Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act के तहत केस दर्ज नहीं किया है। पीड़ित लड़की के परिजनों का दावा है कि उन्होंने पुलिस को बताया है कि लड़की 17 साल की थी लेकिन पुलिस का कहना है कि मौखिक शिकायत दर्ज कराते वक्त परिजनों ने बताया था कि लड़की की उम्र 18 साल से थोड़ी ज्यादा है।
लड़की के पिता के मुताबिक ‘लड़की फसल काटने के लिए घर से निकली थी। लेकिन फिर वो वापस नहीं आई। जिसके बाद मैं चिंतित हो गया और फिर उसकी तलाश शुरू की…करीब डेढ़ घंटे के बाद मैंने खेत में उसकी चप्पल देखी और फिर थोड़ी ही तलाश के बाद लड़की की डेड बॉडी मिली।’
एडिशनल एसपी ने कहा कि ‘हमें संदिग्ध अवस्था में एक लड़की की लाश खेत में पड़ी होनी की सूचना मिली थी। हम इस मामले में सभी सबूत जुटा रहे हैं और मामले की जांच के लिए एडिशनल एसपी रैंक के अधिकारी के स्तर की टीम बनाई गई है।’
इस मामले में पीड़ित लड़की के परिजनों का कहना है कि शुरू में पुलिस ने मामले को दबाने की कोशिश भी की थी। इस घटना के बाद पीड़ित लड़की के गांव में तनाव का माहौल है। किसी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए फिलहाल पीड़िता के गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। फिलहाल अभी तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है और पुलिस आगे की जांच कर रही है।