उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 16 साल की एक लड़की ने छेड़छाड़ करने वालों से तंग होकर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि इस संबंध में उसने करीब 6 दिन पहले पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। इसके बाद आरोपी उसे काफी परेशान करने लगे, जिससे तंग होकर युवती ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। पीड़िता की मौत के एक दिन बाद पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में कार्रवाई की गई है।
परिजनों को नहीं थी जानकारी: बताया जा रहा है कि पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं, युवती के परिजनों ने कहा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि वह इतना बड़ा कदम उठा लेगी। जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक पीड़िता पर लगातार आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे थे। इसके बाद उसने पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस पर लगाया यह आरोप: परिजनों का कहना है कि इस मामले में पुलिस ने शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया था। हालांकि, युवती की मौत के एक दिन बाद पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में कार्रवाई की गई है।
सब-इंस्पेक्टर किया गया सस्पेंड: इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है। जांच में सामने आया कि पीड़िता ने 11 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। एएसपी देहात संसार सिंह ने बताया, ‘‘शुरुआती जांच में सामने आया है कि पीड़िता व उसके परिजनों ने 11 सितंबर को स्थानीय थाने में शिकायत दी थी। इसके बाद उनसे लिखित कंप्लेंट देने के लिए कहा गया। थाने का चार्ज संभाल रहे एसआई को सस्पेंड कर दिया गया है।’’
आरोपियों ने की थी यह हरकत: एएसपी देहात के मुताबिक, 11 सितंबर की दोपहर पीड़िता खेत में जा रही थी। उस दौरान 2 आरोपियों ने उसे अगवा कर लिया और सुनसान जगह ले गए। आरोप है कि युवती के साथ गलत हरकत की गई। पीड़िता ने शोर मचाया तो खेतों में काम कर रहे किसान एकजुट हो गए। ऐसे में आरोपी भाग खड़े हुए।
13 को दर्ज हुई एफआईआर: पीड़िता ने घर लौटकर परिजनों को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद सभी लोग थाने पहुंचे। हालांकि, उन्हें बैरंग लौटा दिया गया। पुलिस के आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद 13 सितंबर को एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन 16 सितंबर को पीड़िता ने फांसी लगा ली।