उत्तर प्रदेश के बहराइच में रविवार को मूर्ती विसर्जन के दौरान शुरु हुआ बवाल पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद शांत हो गया है। हालांकि, घटना ने अपने पीछे कई सवाल छोड़ दिए हैं। मूर्ती विसर्जन के दौरान महाराजगंज में डीजे बजाने को लेकर दो समुदायों के लोगों के बीच हुआ विवाद इतना बढ़ गया कि मौके पर गोलीबारी और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इस घटना में रामगोपाल मिश्रा नाम के शख्स की मौत हो गई।

मौत से नाराज लोगों ने जमकर बवाल काटा। पूरा बहराइच दहक उठा। लोगों ने तोड़-फोड़ की, चुन चुन कर दुकानें जलाईं। पुलिस को लोगों को काबू करने में खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। यहां तक कि आला अधिकारियों को भी ग्राउंड जीरो पर उतरना पड़ा। हालांकि, पूरी घटना का और पहलू भी है।

घटना से संबंधित एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जो कई सवाल खड़े कर रहा है। दावा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स रामगोपाल मिश्रा ही है, जिसकी हिंसा में मौत हो गई है।

बता दें कि महराजगंज कस्बे में रविवार को मां दुर्गा की मूर्ती के विसर्जन के लिए एक जुलूस निकला। इसी बीच घाट से करीब 3 किमी पहले एक समुदाय के लोगों ने अपने धार्मिक स्थल के सामने तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर आपत्ति जताई। इस कारण विवाद शुरू हो गया।

इधर, इसी घटना से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि रामगोपाल मिश्रा, जिसकी हिंसा में मौत हुआ एक घर की छत पर चढ़ा हुआ है और पूरी जोर लगाकर उस छत की रेलिंग में लगा हरा झंडा उखाड़ने की कोशिश कर रहा है।

पूरी ताकत लगाकर उसने हरा झंडा उतारा और भगवा झंडा लहराने लगा। वीडियो में दिख रहा है कि ऐसा करने में छत की रेलिंग भी टूट जाती है। इसी घटना के बाद तनाव और ज्यादा बढ़ गया। घर से फायरिंग हुई और पथराव शुरू हो गया।

पथराव में मां दुर्गा की मुर्ती को नुकसान पहुंचा, जिसने आग में घी का काम किया। पूरा इलाका दहक उठा। सोमवार को उपद्रवियों ने जमकर तांडव मचाया। इधर, रामगोपाल के परिजनों ने भी बेटे की हत्या का आरोप लगाकर बवाल काटा। उन्होंने बेटे का अंतिम संस्कार करने से भी मना किया। हालांकि, पुलिस ने समझाबुझा कर उन्हें अंतिम संस्कार के लिए तैयार किया।

घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। साथ ही सुरक्षात्मक कदम उठाते हुए इलाके में इंटरनेट बंद कर दी गई है। पुलिस प्रभावित इलाकों में कैंप कर रही है। मामले में पुलिस आरोपियों की पहचान में जुटी हुई है।