UPSC Prelims Result: आज हम आपको बिहार के भागलपुर के रहने वाले श्रेष्ठ अनुपम के बारे में बताएंगे। श्रेष्ठ अनुपम के पिता आईएएस अधिकारी बनना चाहते थे, लेकिन उन्हें मिली असफलता को उनके बेटे ने अपनी चुनौती बना लिया। श्रेष्ठ अनुपम ने अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए यूपीएससी एग्जाम देने का फैसला किया था। श्रेष्ठ के पिता ने भी यूपीएससी का एग्जाम दिया था, लेकिन उन्हें इसमें कामयाबी हासिल नहीं हो पाई थी।
हालांकि पहले प्रयास में श्रेष्ठ अनुपम को सफलता हासिल नहीं हो पाई थी, लेकिन दूसरे प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की। श्रेष्ठ अनुपम ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरे पिता ने चार प्रयास के बाद भी यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल नहीं की थी और इसका मलाल उन्हें हमेशा रहा भी कि वह सिविल सर्वेंट नहीं बन पाए। श्रेष्ठ बचपन से ही पढ़ाई में काफी तेज थे और यही वजह रही कि आईआईटी में भी दाखिला मिल गया था।
परिवार शुरू से ही श्रेष्ठ अनुपम को आईएएस अधिकारी के रूप में देखना चाहता था। श्रेष्ठ को मालूम था कि यूपीएससी का रास्ता इतना आसान नहीं होता। श्रेष्ठ अनुपम ने आईआईटी दिल्ली से इंजीनियरिंग की और परिवार का सपना पूरा करने के लिए अपनी मेहनत भी शुरू कर दी। परिवार के सपने को पूरा करने के लिए श्रेष्ठ अनुपम ने तीन ही साल में यूपीएससी क्लियर कर ली। श्रेष्ठ अनुपम को ऑल इंडिया 19 रैंक प्राप्त हुई थी।
श्रेष्ठ अनुपम को आईएएस भी आराम से मिल गई। श्रेष्ठ अनुपम को बिहार कैडर मिला था और अब वह लोगों की सेवा के लिए रात-दिन मेहनत भी कर रहे हैं। श्रेष्ठ अनुपम का मानना है कि यूपीएससी क्लियर करने के लिए आपको रणनीति बनानी बहुत जरूरी है। अगर आपकी रणनीति सही होगी तो आपको इस परीक्षा में जरूर कामयाबी मिलेगी। इसके साथ यूपीएससी क्लियर करने के लिए आपको लगातार मेहनत करनी पड़ती है। इसमें आप बिल्कुल भी ऐसे नहीं सोच सकते कि एक दिन नहीं पढ़ाई करेंगे तो क्या हो जाएगा। इससे आगे एग्जाम के समय पर आपको परेशानी होगी।