UPSC में सफलता हासिल करना हर कैंडिडेट का सपना होता है। लेकिन कई बार असफलता से हौसला टूट जाता है। ऐमन जमाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। ऐमन जमाल का परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का रहने वाला है। ऐमन जमाल का बचपन से ही आईपीएस अधिकारी बनने का सपना था, लेकिन कुछ पारिवारिक परेशानियों के चलते उन्हें नौकरी करनी पड़ी और उन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए मेहनत भी की।

Continue reading this story with Jansatta premium subscription
Already a subscriber? Sign in

ऐमन जमाल ने स्कूली पढ़ाई कार्मल गर्ल्स इंटर कॉलेज में हुई थी। जमाल को 10वीं में 63 प्रतिशत नंबर मिले थे। जबकि 12वीं में उनके 69 प्रतिशत नंबर थे। ऐमन जमाल ने साल 2010 में सेंट एंड्रयूज कॉलेज से बायोलॉजी में ग्रेजुएशन की थी। साल 2016 में अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से डिस्टेंस से ह्यूमन रिसोर्स में डिप्लोमा किया था। ऐमन का मन तो बचपन से ही आईपीएस अधिकारी बनना था तो वह इसके लिए दिल्ली स्थित रेजिडेंशियल कोचिंग एकेडमी जामिया हमदर्द में चली गईं।

जमाल के पिता हैं कारोबारी: इस दौरान साल 2017 में उनका चयन केंद्रीय श्रम विभाग में हुआ था। साल 2018 में वे ऑर्डिनेंस क्लोदिंग फैक्ट्री शाहजहांपुर में असिस्टेंट लेबर कमिश्नर के पद पर नियुक्त हुईं। लेकिन ऐमन ने इसके साथ UPSC की तैयारी भी जारी रखी और UPSC 2019 में एग्जाम दिया। इस एग्जाम में ऐमन को 499 रैंक प्राप्त हुई थी। इसके साथ ही ऐमन जमाल का आईपीएस बनने का सपना भी पूरा हो गया। जमाल के पिता कारोबारी हैं और मां प्राइमरी स्कूल में शिक्षिका हैं।

सीएम योगी ने की थी तारीफ: जमाल की इस सफलता पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी तारीफ की थी। साथ ही वे जमाल के घर जाकर परिजनों से भी मिले थे। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने जमाल को मुस्लिम लड़कियों के लिए रोल मॉडल भी बताया था। ऐमन का मानना है कि इस परीक्षा के लिए आपको लगातार मेहनत करनी पड़ती है। कई बार कैंडिडेट्स एक या दो दिन मिस कर देते हैं तो इससे आप और पीछे चले जाते हो। इसलिए हमेशा लगातार पढ़ाई करनी चाहिए।