UPSC Exam क्लियर कर IAS या IPS अधिकारी बनने का सपना हर पढ़े-लिखे युवा का होता है, लेकिन इस एग्जाम में हर किसी को सफलता प्राप्त नहीं होती है। लिपि सिंह ने भी साल 2015 में UPSC एग्जाम क्लियर किया था। लिपि सिंह की ऑल इंडिया 144 रैंक आई थी। इसके साथ ही उनका आईपीएस अधिकारी बनने का सपना भी पूरा हो गया था। लिपि को बिहार कैडर मिला था और पहली पोस्टिंग पटना में हुई थी।

लिपि सिंह को बाढ़ अनुमंडल में एडिशनल सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (ASP) तैनात किया गया था। ये पोस्टिंग लिपि सिंह के लिए बिल्कुल नई थी। लेकिन उन्हें भी नहीं पता था कि इसी पोस्टिंग के दौरान उन्हें कई बेहतरीन काम करने का मौका मिलेगा। लिपि सिंह ने इस दौरान मोकामा जिले के बाहुबली और निर्दलीय विधायक अनंत सिंह पर बड़ी कार्रवाई की थी। लिपि सिंह ने अनंत सिंह को गिरफ्तार किया था और उनके घर से एके-47, ऑटोमैटिक राइफल समेत कई हथियार बरामद किए थे।

लिपि सिंह का होने लगा था विरोध: उस दौरान लिपि सिंह की काफी तारीफ भी हुई थी और उन्हें इस बेहतरीन काम के बाद मुंगेर की एसपी बनाया गया था। लिपि सिंह की कार्रवाई के बाद अनंत सिंह से आरोप लगाया था कि ये कार्रवाई आरसीपी सिंह के इशारे पर की गई है। खैर, उन्हें जेल जाना पड़ा था। लिपि सिंह को इसी कार्रवाई के बाद बिहार की लेडी सिंघम के नाम से भी जाना जाने लगा था। वह युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई थीं।

लिपि सिंह मुंगेर की एसपी तो बन गई थीं, लेकिन उनके लिए आगे की राह आसान नहीं थी। दरअसल प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। लिपि सिंह इस दौरान मुंगेर की एसपी थीं। लिपि सिंह के खिलाफ भी लोगों का गुस्सा फूटा और पुलिस पर सख्त कार्रवाई करने के आरोप लगाए गए, लेकिन पुलिस की तरफ से कहा गया कि युवक को गोली भीड़ में ही मौजूद किसी अराजक तत्व ने मारी थी।

सोशल मीडिया पर लोग लिपि सिंह की तुलना ‘जरनल डायर’ से करने लगे थे। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान हुई इस घटना के बाद लिपि सिंह को एसपी के पद से हटाया गया था। अभी वह बिहार के सहरसा जिले की एसपी हैं।