UPSC क्लियर कर IPS अधिकारी बनने का सपना हर पढ़े-लिखे युवक का होता है। शिवदीप लांडे भी ऐसे ही आईपीएस अधिकारी हैं जिन्होंने बचपन में ही पुलिस की नौकरी में जाने का फैसला किया था। शिवदीप का परिवार मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला है। उन्होंने यूपीएससी की तैयारी मुंबई आकर की थी। यहां UPSC 2006 में उनका चयन हो गया था और उन्हें बिहार कैडर मिला था।

यहां शिवदीप ने कई अहम पदों पर जिम्मेदारी संभाली थी। शिवदीप लांडे ने पटना में यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर को रंगे-हाथ घूस लेते पकड़ा था। दरअसल उत्तर प्रदेश पुलिस का इस्पेक्टर सर्वचंद पटना के दो व्यापारियों से पुराने केस खत्म करने के बदले में रिश्वत मांग रहा था। यहां वह पैसे लेने के लिए खुद पटना आने वाला था। पटना के तत्कालीन एसपी शिवदीप लांडे को पीड़ितों ने इसकी जानकारी दी थी।

शिवदीप ने आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर को रंगेहाथ पकड़ने का प्लान बनाया और उसे पटना आने दिया। शिवदीप ने आरोपी को पकड़ने अपना पूरा हूलिया ही बदल लिया। उन्होंने टीशर्ट पहनी और सिर पर दुपट्टा लपेटकर आरोपी सर्वचंद का इंतजार करने लगे थे। आरोपी जैसे ही पटना के डाक बंगला चौराहे पर पहुंचा तो एसपी शिवदीप लांडे ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक: बिजनेमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर स्कॉर्पियो कार में विस्फोटक मिला था। कार मनसुख हिरेन के नाम पर रजिस्टर थी। इससे पहले जांच एजेंसी मनसुख तक पहुंच पाती उसका शव पुलिस के हाथ लगा था। मामले की जांच एटीएस कर रही थी। इसकी कमान भी शिवदीप लांडे के हाथ में थी। शिवदीप लांडे के नेतृत्व वाली एटीएस की टीम ने मनसुख हत्याकांड के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इसमें एक निलंबित पुलिसकर्मी था और दूसरा बुकी था। शिवदीप लांडे ने खुद इसकी जानकारी सोशल मीडिया के द्वारा दी थी।

मामले की जांच एनआईए को मिलने के कुछ ही घंटों में एटीएस ने इसे सुलझा दिया था। शिवदीप लांड ने बताया था, यह केस मेरे करियर का बेहद चुनौतीपूर्ण और अहम केस था। पूरी टीम ने केस को सॉल्व करने के लिए दिन-रात मेहनत की थी। इसके अलावा शिवदीप लांडे ने पूरी टीम का इस केस पर मेहनत करने के लिए धन्यवाद किया था।

लड़कियों को बांटा था नंबर: शिवदीप लांडे ने मनचलों के खिलाफ एक स्पेशल अभियान चलाया था। उन्होंने पटना में लड़कियों से छेड़छाड़ के मामले रोकने के लिए लड़कियों के बीच अपने बांट दिए थे। ऐसे में लड़कियां कोई भी छेड़खानी की शिकायत फोन पर दे सकती थीं। उनकी इस मुहिम की भी काफी तारीफ की गई थी।