पुलिस रिफॉर्म्स के लिए लंबी लड़ाई और स्पेशल रिपोर्ट तैयार करने वाली नीना सिंह अक्सर अपने बेहतरीन कामों से चर्चा में रहती हैं। बिहार के पटना की रहने वालीं नीना सिंह राजस्थान में कई अहम पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी हैं। हाल ही में आईपीएस अधिकारी नीना सिंह को राजस्थान महानिदेशक (डीजी) रैंक में प्रमोट किया गया था। इस पद पर पहुंचने वाली वह पहली महिला आईपीएस अधिकारी बन गई हैं।
कहां हुई थी नीना सिंह की पढ़ाई: नीना की शुरुआती पढ़ाई पटना में ही हुई थी। वह बचपन से ही आईपीएस अधिकारी बनना चाहती थीं। इसके बाद उन्होंने पटना के वुमन्स कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की और मास्टर्स करने के लिए वह दिल्ली आ गई थीं। दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में उन्हें एडमिशन मिल गया था। यहां से मास्टर्स करने के बाद वह अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी चली गई थीं। यहां से पढ़ाई करने के बाद वह भारत वापस लौटीं और यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
नीना सिंह को आईपीएस के पद ही जॉइन करना था। साथ ही उन्हें मालूम था कि ये चुनौती इतनी आसान भी नहीं है। इसलिए कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार उन्हें साल 1989 में यूपीएससी क्लियर करने में कामयाबी हासिल हो गई थी। लेकिन उन्हें मणिपुर कैडर मिला था। लेकिन उनकी शादी राजस्थान कैडर के रोहित कुमार सिंह से हुई थी। इसके बाद उन्हें भी राजस्थान कैडर दे दिया गया था। रोहित और नीना सिंह ने लंबे समय तक राजस्थान में अपनी सेवाएं दीं। इसके बाद रोहित केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे।
वहीं, नीना भी सीबीआई में अपनी सेवाएं देने के लिए चली गई थीं। सीबीआई में रहते हुए उन्होंने जिया खान केस, जम्मू-कश्मीर क्रिकेट घोटाला, बॉम्बे ब्लास्ट जैसे कई केस पर काम किया था। उनकी सेवाओं को देखते हुए उन्हें राष्ट्रपति से पुलिस पदक भी दिया गया था। उनकी गिनती देश की तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों में होती है। नीना सिंह से एक बार पूछा गया था कि वह अपनी सबसे बड़ी उपलब्धि किसे मानती हैं, तो उन्होंने कहा था कि अगर महिलाएं और लड़कियां मुझे देखकर आगे बढ़ती हैं तो यही मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि होगी।