मेरठ के सरधना इलाके में शनिवार को एक खाने के ठेले पर तोड़फोड़, लूटपाट और शांति भंग करने के आरोप में संगीत सोम सेना के यूपी प्रमुख सचिन खटीक और नौ अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। संगीत सोम सेना के यूपी प्रमुख पर आरोप था कि उन्होंने साथियों के साथ एक खाने के ठेले में तोड़फोड़ की थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि दुकान में मटन बिरयानी बेची जा रही थी।
भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम के समर्थकों द्वारा गठित संगठन ने पहले शनिवार से शुरू हुए नवरात्रि उत्सव के दौरान सरधना में मांस और मांसाहारी भोजन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। सरधना पुलिस स्टेशन के प्रभारी लक्ष्मण वर्मा ने बताया कि मामले में संगीत सोम सेना के यूपी प्रमुख सचिन खटीक समेत कुल दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उन्होंने शांति भंग करने की कोशिश की थी।
संगीत सोम सेना के कार्यकर्ताओं ने दावा किया था कि दुकान वाला मटन बिरयानी बेच रहा था, जबकि दुकानदार वेज बिरयानी बेच रहा था। सरधना पुलिस स्टेशन के प्रभारी लक्ष्मण वर्मा ने कहा यदि दुकानदार नॉन-वेज बिरयानी भी बेच रहा था तो उसके ठेले में तोड़फोड़ करना एक अपराध था। इन लोगों का मकसद केवल उत्पात मचाना था, जबकि मटन या चिकन बिरयानी की बिक्री पर प्रतिबंध नहीं है।
ज्ञात हो कि, सरधना एक बड़ा मुस्लिम आबादी वाला शहर है। यहां कस्बे के मांस विक्रेताओं ने नवरात्रि उत्सव के कारण नौ दिनों तक मटन और चिकन की बिक्री को बंद करने का फैसला किया था। पुलिस के अनुसार, संगीत सोम सेना के सचिन खटीक और उनके समर्थक शनिवार को पूरे शहर में घूमे, केवल यह देखने के लिए क्या विक्रेताओं ने मटन और चिकन की बिक्री रोकी है या नहीं। इसी दौरान उन्होंने कथित तौर पर वेज बिरयानी बेचने वाली खाने की गाड़ी को निशाना बनाया और उसे उलट दिया।
इस मामले में पीड़ित दुकानदार साजिद ने आरोप लगाया कि सचिन खटीक और उनके समर्थकों ने उनसे पैसे भी लूट लिए। साजिद के अनुसार, उसे पुलिस ने नवरात्रि के दौरान मटन या चिकन बिरयानी नहीं बेचने का निर्देश दिया था। इसलिए उसने वेज बिरयानी का स्टाल लगाया था। साजिद ने कहा कि दोपहर में, संगीत सोम सेना के सदस्यों ने मेरे ठेले पर हमला बोला और फिर तोड़फोड़ की। साथ ही जो नकदी मेरे पास थी उसे भी लूट लिया।