उत्तर प्रदेश के कौशांबी से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक पिता अपने मृत बेटे को लेकर 3 घंटे तक भटकता रहा लेकिन उसे एंबुलेंस नहीं मिली। पिता अपने बेटे का ऑपरेशन कराने अस्पताल आया था, लेकिन बेटे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वह एक बार तो प्राइवेट एंबुलेंस में बैठा भी लेकिन उससे कहा गया कि इससे जाने पर काफी पैसा लगेगा।
पिता के घंटों तक भटकने के बाद बमुश्किल एक सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था की गई, जिसके बाद वह अपने बेटे का शव लेकर अपने गांव गया। हालांकि, अब सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल है और सीएमओ ने भी जांच के आदेश दे दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, व्यक्ति की पहचान रामलाल के रूप में हुई है और वह चित्रकूट के रहने वाले हैं।
रामलाल के मुताबिक, उसके बेटे दीपांशु के सीने में फोड़ा था, जिसके इलाज के लिए वह कौशांबी आए थे। डॉक्टरों की सलाह पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया,जहां उनसे इस फोड़े का ऑपरेशन करवाने को कहा गया। रामलाल ने भी बेटे की तकलीफ दूर करने के लिए मान गए। रामलाल ने बताया कि जब तक उन्होंने ऑपरेशन के बदले 3 हजार रुपए नहीं दिए तब ऑपरेशन किया नहीं गया।
रामलाल के अनुसार, ऑपरेशन सफल रहा और बच्चा भी ठीक था लेकिन वह कुछ खा नहीं रहा था। 15 जुलाई को बेटा सोया और जब अगले दिन उठा तो उसने बताया कि उसे सीने में दर्द है। जब डॉक्टरों को बुलाया गया तो उन्होंने पहले जांच की और फिर उसकी पट्टी खोली।
बेटा इतना घबराया हुआ था कि वह अपने सीने के घाव को देखकर डर और सहम गया। फिर थोड़ी ही देर बाद उसकी सांसे रुक गई और आंखे पलट गई। डॉक्टर उसे इमरजेंसी वार्ड में ले गए पर उसकी मौत हो गई।
इसी क्रम में जब वह अपने बेटे को लेकर अस्पताल से बाहर आए तो कोई एंबुलेंस नहीं थी। रामलाल ने बताया कि वह बेटे को लेकर करीब 3 घंटे तक पूरे अस्पताल में चक्कर काटते रहे लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। हालांकि, काफी देर बाद मुझे मदद के रूप में गाड़ी उपलब्ध कराई गई।