UP Bareilly Communal Tension: उत्तर प्रदेश के बरेली में कक्षा 9 के 14 वर्षीय दो छात्रों को इंस्टाग्राम पर कथित तौर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणियों के बाद शुक्रवार आधी रात के आसपास पकड़ लिया गया। छात्र दो अलग-अलग धर्मों के हैं। गुरुवार को अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले छात्र ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट पर कमेंट किया।
अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोगों ने पुलिस स्टेशन का घेराव किया
एक दिन बाद शुक्रवार को उनके सहपाठी ने एक टिप्पणी के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की जिसने कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत किया। स्थिति तब बिगड़ गई जब अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोगों ने लड़के की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए एक पुलिस स्टेशन का घेराव कर लिया। बाद में भीड़ ने लड़के के घर के बाहर नाकेबंदी कर दी और इमारत पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
खदेड़े जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने रामलीला मैदान में दिया धरना
पुलिस द्वारा लड़के के घर के बाहर से भीड़ को खदेड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों ने रामलीला मैदान में धरना दिया और गिरफ्तारी होने तक हटने से इनकार कर दिया। जिले के वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को आंदोलन समाप्त करने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने शांत होने से इनकार कर दिया। शुक्रवार रात करीब 8 बजे थाने के घेराव के साथ शुरू हुई हाथापाई आधी रात के करीब तब खत्म हुई जब नाबालिग को पकड़ लिया गया। एक घंटे बाद पुलिस ने अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र को भी पकड़ लिया।
पुलिस के आलाधिकारी पहुंचे, सीसीटीवी फुटेज से उपद्रवियों की पहचान
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) राकेश सिंह ने कहा, “हमने इस सिलसिले में दोनों नाबालिगों को हिरासत में लिया है। शांति सुनिश्चित करने के लिए क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस और प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी (पीएसी) तैनात की गई है।” उन्होंने कहा, ”हम उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई करेंगे जिन्होंने माहौल खराब करने की कोशिश की। आईजी राकेश सिंह ने कहा, “हम शुक्रवार की घटना की जांच करेंगे और अगर पुलिसकर्मी भीड़ को नियंत्रित नहीं कर पाने के दोषी पाए गए तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।”
वहीं, बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) घुले सुशील चंद्रभान ने कहा, “उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। क्योंकि पूरी घटना की पुलिस ने वीडियोग्राफी की है और हम इलाके के उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज भी देखेंगे। अपराधियों को सख्त दंडात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।”
उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक रूप से सबसे अधिक संवेदनशील शहरों में एक है बरेली
बरेली उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक रूप से सबसे अधिक संवेदनशील शहरों में से एक है। हाल ही में, 30 जुलाई को बरेली के जोगिनीवाड़ा इलाके में जब एक कांवर यात्री समूह अल्पसंख्यक समुदाय-बहुल इलाके से गुजर रहा था तब एक हिंसक झड़प हुई थी। समूह पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 16 लोगों को गंभीर चोटें आई थी। इसके बाद तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी, एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक सब-इंस्पेक्टर को पद से निलंबित कर दिया गया था।