उन्नाव रेप केस में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद अब पीड़िता के लिए न्याय की उम्मीद काफी बढ़ गई है। अदालत ने रायबरेली जेल में बंद पीड़िता के चाचा को दिल्ली के तिहाड़ जेल में भी भेजने का फरमान सुना दिया है। दरअसल पीड़िता के चाचा ने रायबरेली जेल में अपनी जान को खतरा में बताया था। जिसके बाद अदालत ने यह निर्देश दिया है। अदालत के कई बड़े फैसलों से पीड़ित परिवार को बड़ी राहत मिली है और साथ ही साथ विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के ऊपर भी शिकंजा कस गया है। इस मामले की पीड़ित लड़की के चाचा को हत्या की कोशिश के मुकदमे में फंसाने की साजिश रचने का इल्जाम भी विधायक सेंगर पर ही है।
पीड़ित परिवार और कुलदीप सिंह सेंगर के बीच यह दुश्मनी 18 साल पुरानी है। विधायक और पीड़ित परिवार पड़ोसी हैं। पीड़िता के पिता तीन भाई थे और तीनों ही भाइयों की अपने गांव में काफी धमक थी। करीब 15 साल पहले लड़की के ताऊ की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। पीड़िता के पिता की साल 2017 में मौत हो गई थी। पीड़िता के चाचा इस वक्त जेल में बंद है। इसके अलावा पीड़िता की चाची और उसकी मौसी की सड़क हादसे में मौत हो चुकी है।
साल 2002 में कुलदीप सिंह सेंगर का पीड़िता के पिताजी उसके ताऊ और चाचा से रिश्ते काफी करीबी थे। दोनों परिवारों का एक-दूसरे के घर आना-जाना भी लगा रहता था। इतना ही नहीं साल 2002 में जब सेंगर ने पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा था तब पीड़िता के पिता, ताऊ और चाचा ने चुनाव जितवाने में उसकी काफी मदद भी की थी। इस चुनाव में जीत के बाद सेंगर ने अचानक अपने करीबियों से दूरी बढ़ानी शुरू कर दी। यहां से लड़की के परिवार वालों और सेंगर के बीच जो दूरी बढ़ी वो अब इस मोड़ पर आ चुकी है।
सेंगर को सबक सिखाने के लिए लड़की के ताऊ ने खुद ग्राम प्रधान का चुनाव भी लड़ा था। उस वक्त सेंगर की मां भी इस चुनाव में उनके खिलाफ खड़ी थीं। उस वक्त सेंगर ने लड़की के ताऊ पर चल रहे मुकदमों को मुद्दा बनाकर उनकी उम्मीदवारी खारिज करा दी थी। इसके बाद इनके ताऊ ने अपने करीबी देवेद्र सिंह की मां को प्रधानी के चुनाव में उतार दिया था। चुनाव प्रचार के दौरान सेंगर और लड़की के परिवार के बीच काफी झड़प भी हुई थी।
दो परिवारों की दुश्मनी में पहला कत्ल लड़की के ताऊ का हुआ था। इसके बाद उसका चाचा उन्नाव छोड़ कर गायब हो गया था। उस वक्त कत्ल का यह इल्जाम कुलदीप सेंगर पर ही लगा था। साल 2018 में लड़की के चाचा को पुलिस ने इसी मामले में दिल्ली के पास से पकड़ा था और तब से वो जेल में हैं। साल 2017 में लड़की ने विधायक पर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था। इसके बाद दूसरी मौत हुई पीड़िता के पिता की। अब पीड़िता के घर में 2 और मौतें भी हो चुकी हैं। (और…CRIME NEWS)
