अमेरिका में गन कल्चर के खिलाफ लाखों लोग सड़कों पर उतर आए थे। इनकी मांगें थीं कि गन रखने के लिए एक कानून होना चाहिए और ये इतनी आराम से हर किसी को नहीं मिलनी चाहिए। 25 साल पहले यूके में भी एक हादसा हुआ था जिसके बाद लाखों लोग सड़कों पर उतर आए थे और उनकी मांगों को सरकार ने मांगकर ब्रिटिश गन लॉ में बदलाव भी किया गया था।

स्कॉटलैंड के छोटे से शहर डनब्लेन के एक स्कूल में 13 मार्च 1996 को एक सरफिरा किलर आ गया था. उसने बच्चों पर अंधाधुंध फायरिंग की थी और इस फायरिंग में करीब 16 बच्चों की मौत हो गई थी। हालांकि बाद में इस हत्यारे ने खुद को भी गोली मार ली थी।

हत्यारे की पहचान थॉमस हैमिल्टन के रूप में हुई थी और वह सुबह करीब 9.30 बजे स्कूल की पार्किंग में घुसा था। उसने स्कूल के टेलीफोन की सभी तारें काट दी थीं जिससे पुलिस से कोई संपर्क न किया जा सके। उसने ईयरमफ पहना हुआ था और उसके पास चार हैंडगन थी जिसके दम पर उसने आतंक मचाया था। स्कूल में घुसते ही उसने अंधाधुन फायरिंग कर दी।

इसके बाद उसने स्कूल जिम की तरफ जाने का फैसला किया। इसी दौरान टीचर ग्वेन मेयर प्राइमरी क्लास के 29 बच्चों को लेकर गए थे और ये उनकी फिजिकल एजुकेश क्लास का हिस्सा था। हैमिल्टन ने जिम में प्रवेश करते ही फायरिंग करना शुरू कर दिया। इसमें फिजिकल एजुकेशन टीचर ईलीन हैर्रिल्ड घायल हो गए थे और असिस्टेंट मेरी ब्लेक समेत अन्य कई लोग घायल भी हो गए थे।

हैरिल्ड और ब्लेक ने खुद को बचाने के लिए कपबोर्ड का सहारा लिया। इस बीच एक बच्चा जिम में आया दरअसल वह देखना चाहता था कि अंदर क्या चल रहा है। उसे आता देख हैमिल्टन काफी घबरा गया और उसने उसपर भी फायरिंग कर दी। इसके बाद वह बाहर आया। उसने लाइब्रेरी और मोबाइल क्लासरूम में भी फायरिंग की जहां टीचर की आज्ञा पर बच्चे जमीन पर बैठे हुए थे।

इन सब घटनाओं के बाद हैमिल्टन दोबारा जिम में आया और गन नीचे रखने के बाद उसने दूसरी पिस्तौल उठाई और खुद को भी गोली मार ली। ये पूरी घटना सिर्फ पांच मिनट की थी। मेयर और 15 बच्चों की मौत मौके पर ही हो गई और अन्य की अस्पताल में मौत हुई। इस घटना में कई लोग घायल भी हो गए थे।