पंजाब के फतेहगढ़ में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों पर महिला की बलि देने का आरोप है। आरोपियों ने महिला को मरा समझकर फेंक दिया था मगर उसकी जान बच गई। असल में आरोपी अमीर बनना चाहते थे। इसलिए उन्होंने जादू-टोने का सहारा लिया। उनकी मुलाकात एक तांत्रिक से हुई जिसने कहा कि अगर वे किसी महिला की बलि देंगे तो उनके पास बहुत पैसा आ जाएगा। उनके ऊपर अंधविश्वास हावी हो गया। इसके बाद उन्होंने महिला को जान से मारने की योजना बनाई।
इस मामले में रोपड़ रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान कुलदीप सिंह उर्फ कीपा और जसवीर सिंह उर्फ जस्सी के रूप में हुई है। दोनों फ़तेहगढ़ साहिब के फिरोजपुर गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक हीरो डीलक्स मोटरसाइकिल और हंसिया भी बरामद किया है। रिपोर्ट के अनुसार, 50 साल की महिला बलवीर कौर फिरोजपुर में नहर के पास खेतों में बुरी तरह जख्मी पड़ी थीं। उनका इलाज पीजीआई चंडीगढ़ में किया जा रहा है। फिलहाल वे खतरे से बाहर हैं।
आरोपी साइकिल से गांव में जाकर सर्कस दिखाते थे
आईजीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोनों आरोपी गांव-गांव साइकिल से घूमकर सर्कस दिखाते थे। करीब 8 महीने पहले वे गांव में शो कर रहे थे तभी उनकी मुलाकात महिला के बेटे धर्मप्रीत से हुई थी। इसके बाद आरोपियों ने धीरे-धीरे धर्मप्रीत से दोस्ती बढ़ा ली थी।
पुलिस के अनुसार, वो दोनों अमीर बनने का ख्वाब देखते थे ताकि उन्हें गांव-गांव घूमकर सर्कस ना करना पड़े। वे जिस तांत्रिक के सपंर्क में आए उसने ही दोनों को महिला की बलि देने के लिए उकसाया।
आरोपियों ने महिला को माथा टेकने के बहाने बुलाया और बलि देने के लिए फिरोजपुर गांव में एक सुनसान जगह पर ले गए। इसके बाद उन्होंने महिला की गर्दन पर हंसिये से हमला कर दिया। आरोपियों को लगा कि महिला की मौत हो गई है इसलिए वहां से फरार हो गए।
गांव वालों ने महिला को जख्मी हालत में देखा तो पुलिस को जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।