Chandigarh Crime News: चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने कानून के एक छात्र ( LLB Student) और उसके साथी को 4 लाख रुपए कीमत का सोना और कैश चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। दोनों युवकों ने नए साल में अमीर बनने का संकल्प (New Year Resolution) पूरा करने के लिए चोरी करने का तरीका अपना लिया था। पुलिस ने 22 साल के लॉ स्टूडेंट जतिन नरूला और उसके साथी 23 साल के समीर अहमद को स्थानीय अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को दो दिन की पुलिस कस्टडी (Police Custody) में भेज दिया है।
LLB Student है एक आरोपी, दूसरे की स्टेशनरी की दुकान
जानकारी के मुताबिक पुणे विश्वविद्यालय ( Pune University) के एक एलएलबी छात्र और स्टेशनरी की दुकान (Stationery Shop) चलाने वाले उसके दोस्त को नए साल के जश्न (New Year Celebration) के दौरान चंडीगढ़ के सेक्टर 21 में एक घर से 4 लाख रुपये कीमतके सोने के गहने और नकद चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। दोनों ने नए साल पर जल्दी अमीर बनने का संकल्प किया था। पुलिस ने आरोपी की पहचान कानून के छात्र जतिन नरूला और सेक्टर 20 निवासी उसके साथी समीर अहमद के रूप में की है। उन्हें एक अदालत में पेश किया गया और दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
New Year Celebration के लिए बाहर गए थे अशोक गोयल
चंडीगढ़ सेक्टर 19 थाना प्रभारी (SHO) इंस्पेक्टर मिनी भारद्वाज ने बताया कि जतिन नरूला सेक्टर 21 में रहता है। वह शिकायत करने वाले अशोक गोयल के घर के पास ही रहता है। गोयल 31 दिसंबर की रात अपने परिवार के साथ नया साल (New Year Party) मनाने गया हुआ था। जतिन नरूला और उसके दोस्त समीर अहमद ने 2023 में अमीर बनने के अपने संकल्प को जल्दी पूरा करने लिए अशोक गोयल के घर में सेंध लगाने का फैसला किया। इंसपेक्टर भारद्वाज ने बताया कि अशोक गोयल के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरों (CCTV) में दोनों आरोपी कैद हो गए।
CCTV Footage के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
पुलिस में शिकायत करने वाले अशोक गोयल पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट (Charted Accountent) है। 31 दिसंबर की शाम करीब 7 बजे वह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ रिश्तेदारों के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करने के लिए घर से निकले थे। 1 जनवरी की रात करीब 1.30 बजे वे वापस अपने घर लौटे तो उन्हें पता चला कि घर में चोरी हुई है। इसके बाद वह चंडीगढ़ सेक्टर 19 थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच के बाद सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) के आधार पर आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।