अभी हफ्ते भर पहले ही इस नाबालिग लड़के की दोस्ती फेसबुक पर 2 भाइयों से हुई थी। एक दिन इन दोनों भाइयों ने अपने दोस्त को मिलने के लिए बुलाया और फिर यह लड़का वापस अपने घर नहीं आया। अपने फेसबुक फ्रेंड से मिलने गया यह लड़का कहां गायब हो गया? क्या हुआ उसके साथ? ऐसे कई सारे सवाल थे जो पुलिस के लिए उलझन बन गए थे क्योंकि उसके पास इस लड़के के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं था। लेकिन आखिरकार इसी फेसबुक के जरिए ही पुलिस ने सारे सवालों के जवाब तलाश लिए।
यह मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है। दरअसल बरेली के रिहायशी इलाके महानगर के रहने वाले रुहेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर यशपाल मेहता के दो बेटों दीपक और गगन की दोस्ती हाल ही में गंगानगर कॉलोनी के रहने वाले 17 साल के लकी वाजपेयी से हुई थी।
इन तीनों के बीच फेसबुक पर बातचीत का सिलसिला अभी करीब हफ्ते भर ही चला था कि एक दिन दोनों भाइयों दीपक और गगन ने लकी को मिलने के लिए बुलाया। पुलिस के मुताबिक मुलाकात के बाद इन दोनों भाइयों ने लकी को बीयर में जहर देकर उसे पीला दिया। लकी के बेहोश होने पर दोनों ने मिलकर उसका गला घोंटा और फिर उसकी लाश को संदूक में रख दिया।
कुछ दिनों बाद इस संदूक से बदबू आने लगी लिहाजा दोनों भाइयों ने उसकी लाश को दिल्ली-लखनऊ हाइवे पर झाड़ियों में फेंक दिया। पुलिस ने हत्यारों को तो दबोच लिया लेकिन अभी एक सवाल जिंदा था कि आखिर 2 भाइयों ने अपने नाबालिग दोस्त की हत्या क्यों की? इसके बारे में पुलिस ने खुलासा किया कि दीपक और गगन अपने पिता से बाइक खरीदवाने की जिद कर रहे थे लेकिन उनके पिता ने बाइक खरीदने से इनकार कर दिया था।
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लकी के पास जो बाइक थी उसे यह दोनों हथियाना चाहते थे और इसी इरादे से इन्होंने लकी की हत्या की थी। लेकिन 28 सितंबर को हत्या के बाद इन दोनों ने लकी के बाइक को कबाड़ में बेच दिया और पैसों से खूब अय्याशी की। 30 सितंबर को पुलिस को इस हत्याकांड के बारे में जानकारी मिली और फिर पुलिस कबाड़ के दुकान तक जा पहुंची। पुलिस ने जब मृतक लकी का फेसबुक अकाउंट चेक किया तब उसे इन दोनों भाइयों से उसकी दोस्ती के बारे में पता चला। (और…CRIME NEWS)
