महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स की केवल इसलिए हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने दो अन्य व्यक्तियों की फोटो होर्डिंग में नहीं छापी थी। अब पुलिस ने इस मामले में हत्या के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, यह पूरा विवाद बीते 14 अप्रैल को डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती से शुरू हुआ था।
जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान गंगाराम शिवाजी काले के रूप में की गई है। गंगाराम शिवाजी काले, इंदिरा नगर के बिबवेवाड़ी का रहना वाला था। शिवाजी काले की हत्या के पीछे का कारण डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की जयंती के अवसर पर लगाए गए होर्डिंग्स पर आरोपियों की तस्वीरें न छापने को बताया जा रहा है। आरोपियों की पहचान नरूद्दीन मुल्ला (26) और रवि जरपुला (38) के रूप में हुई है, यह दोनों कटराज इलाके के निवासी हैं।
पुलिस ने कहा है कि बिबवेवाड़ी के गंगाराम शिवाजी काले की हत्या के मामले में उसके दोस्त पंडित कांतेनवारु (30) ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता पंडित ने बताया कि वह 19 अप्रैल की रात करीब नौ बजे बिबवेवाड़ी के ज़ाम्ब्रे वस्ती में काले के साथ बातचीत कर रहे थे, तभी नरूद्दीन मुल्ला और रवि जरपुला ने उन पर लोहे के हथौड़े से हमला कर दिया था।
पुलिस ने बताया कि हमलावर इसलिए नाराज थे, क्योंकि बीते 14 अप्रैल को डॉ. अंबेडकर की जयंती के लिए इलाके में लगाए गए होर्डिंग्स पर उनकी तस्वीरें नहीं छपी थीं। इसी के चलते उन्होंने कथित तौर पर काले के सिर पर हथौड़े से कई बार हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। काले और उसके दोस्त पंडित कांतेनवारु को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन 21 अप्रैल को इलाज के दौरान काले ने दम तोड़ दिया।
इस मामले में पुलिस ने शुरू में नरूद्दीन और रवि पर हत्या के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज किया था। हालांकि, अब काले की मृत्यु के बाद इन हमलावरों पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में जांच का नेतृत्व पुलिस उप निरीक्षक संजय एडलिंग कर रहे हैं।