देश की राजधानी दिल्ली व सटे राज्य हरियाणा में कई बड़े गैंगस्टर हुए, जिन्होंने अपने आतंक से पुलिस को खूब छकाया। लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब उनका खौफ पुलिस का हौसला कम न कर सका और वे पकड़े गए। इन्हीं में से एक नाम था काला जठेड़ी का। काला का असली नाम संदीप है और लोग उसे काला जठेड़ी के नाम से जानते हैं। एक वक्त काला का नाम पहलवान सुशील कुमार से भी जुड़ा था, जब उन्होंने काला से खतरा होने की बात कही थी।
हरियाणा के सोनीपत के रहने वाले काला का दूसरा नाम संदीप है। शुरू से ही बड़े शौक वाला काला अपराधियों की संगत में आ गया था। काला ने घर से पैसे मांगे तो नहीं मिले। तब उसने झपटमारी का काम शुरू किया। इसी काम से उसने खर्चे पाटने की शुरुआत की थी। साल 2004 में पहली बार काला पर दिल्ली में मुकदमा दर्ज हुआ।
काला, झपटमारी के बाद बड़ी गैंग्स में शामिल हुआ और हत्या, लूटपाट और हत्या की साजिश जैसे जुर्मों को अंजाम देने लगा। इसके बाद उसने खुद की गैंग बना ली और जबरन वसूली और संपत्तियों के विवाद को पैसे लेकर सुलझाने लगा था। 15-16 साल तक बढ़ते जुर्मों के साथ उस पर इनाम भी बढ़ता गया। दिल्ली पुलिस ने अब उस पर एक लाख का इनाम कर दिया था। साल 2021 तक काला, जुर्म की दुनिया में इतना बड़ा नाम हो चुका था कि उस पर हरियाणा सरकार ने सात लाख का इनाम रखा हुआ था।
काला के नाम का खौफ इतना था कि रेसलर सुशील कुमार ने गिरफ्तारी के बाद भी जान का खतरा बताया था। वहीं सागर हत्याकांड के बाद सुशील ने सोनू महाल के मामा संदीप काला को फोन किया था। दरअसल, 4-5 मई की रात में सागर धनखड़ के साथ मारपीट और हत्या मामले में काला का भांजा सोनू महाल भी मौजूद था। काला, पंजाब-राजस्थान के चर्चित लॉरेंस विश्नोई के साथ भी जुड़ा हुआ था। एक समय पर काला को लॉरेंस गैंग का सरदार भी बताया जाता था।
गुरुग्राम पुलिस साल 2020 में फरवरी के महीने में संदीप काला को फरीदाबाद अदालत में पेशी के लिए आई थी, लेकिन पेशी के बाद फ़िल्मी अंदाज में काला के गुर्गों ने पुलिस वैन पर गोलियां बरसाकर उसे छुड़ा लिया था। तब इस मामले में केस भी दर्ज हुआ था। पहले तो यह सामने आया था कि, वह फरारी के दौरान दुबई और मलेशिया में भी रहा था लेकिन उसी के एक गुर्गे ने पकड़े जाने पर बताया था कि वह हरियाणा में ही था।
बता दें कि, साल 2021 की जुलाई में संदीप काला को उसकी सहयोगी व लेडी डॉन अनुराधा के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूपी के सहारनपुर से गिरफ्तार किया था। काला का नेटवर्क पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड के साथ-साथ दिल्ली, हरियाणा व राजस्थान में भी फैला था। पुलिस सूत्रों का मानना था कि उसे दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई की मदद से ही गिरफ्तार किया गया था।