देश की राजधानी दिल्ली में एक तीन दिन की मासूम बच्ची का सौदा करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में रहने वाली एक गरीब महिला ने अपनी नवजात बेटी को 1.25 लाख रुपये लेकर एक महिला को बेच दिया। वहीं, बच्ची को खरीदने वाली महिला ने भी नवजात को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक व्यक्ति को पांच लाख रुपये में बेच दिया। पुलिस ने इस मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की है।

स्थानीय अखबार में छपी खबर के मुताबिक, दिल्ली महिला आयोग की सदस्या किरण नेगी को 3 जनवरी को यह सूचना मिली थी कि तीन दिन की बच्ची का सौदा किया गया है। यह शिकायत नवजात के पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने की थी। शिकायतकर्ता ने महिला आयोग के सदस्य को सूचना दी थी कि उसके पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। जन्म के तीन दिन के बाद ही मां ने अपनी बच्ची को एक महिला को सौंप दिया और उससे 1.25 लाख रुपये लिए।

नवजात के बेचने की खबर मिलते ही महिला आयोग की सदस्य आरोपी मां के पास पहुंची। मां ने आयोग के सामने बच्ची को बेचने की बात स्वीकार की। मां ने बताया,  “मेरा पति शराबी है। कोई काम-धाम नहीं करता है। घर में खाने के लाले पड़ जाते हैं। मुझे पैसों की सख्त जरूरत थी। इसलिए मैंने बच्ची को बच दिया।” साथ ही मां ने बताया कि जिस महिला ने उससे बच्ची खरीदी है वह फर्टिलिटी क्लीनिक में काम करती है।

मां के बाद महिला आयोग ने बच्ची खरीदने वाली से संपर्क किया। बच्ची खरीदने वाली महिला ने बताया कि उसने पांच लाख रुपये लेकर नवजात को ग्वालियर के रहने वाले एक व्यक्ति को सौंप दिया। हालांकि, वह खरीददार के बारे में पूरी जानकारी न दे सकी। इसके बाद आयोग ने मां और बच्ची खरीदने वाली महिला को लेकर मंगोलपुरी थाने पहुंची। यहां बच्ची को बेचने के मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।प्राथमिकी में बच्ची को खरीदने वाले दोनों के खिलाफ मानव तस्करी की धारा लगाई गई है। वहीं, नवजात के मां-पिता का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया गया है। इस बाबत आयोग ने पुलिस को नोटिस भी भेजा है।