तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले में एक 12वीं की छात्रा की मौत के बाद हिंसा भड़क उठी। छात्रा के मौत के मामले में न्याय की मांग करते हुए प्रदर्शनकारियों ने तीन पुलिस वाहनों सहित कम से कम 13 बसों को कथित रूप से आग लगा दी और भारी पथराव किया। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों की संख्या 2 हजार के करीब थी।

स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, बुधवार को जिस स्कूल में 12वीं कक्षा की छात्रा मृत पाई गई थी, वहां करीब 2,000 लोग जमा हो गए थे। इन लोगों को विरोध प्रदर्शन के लिए व्हाट्सएप ग्रुप और सोशल मीडिया के जरिए इकट्ठा किया गया था। रविवार के दिन फिर से चिन्ना सलेम के निकट कनियामूर में आवासीय विद्यालय में पथराव हुआ, जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित कई लोग कथित रूप से घायल हो गए।

इससे पहले बुधवार को स्कूल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा कर स्थानीय निवासियों के विरोध प्रदर्शन को शांत कराया गया था। इसी कड़ी में रविवार को भी विरोध प्रदर्शन सुबह करीब 10 बजे शुरू हुआ और आधे घंटे के दौरान ही हिंसक रूप में बदल गया। भीड़ ने पथराव किया और स्कूल की इमारत, कक्षाओं और प्रिंसिपल के केबिन में तोड़फोड़ की और परिसर में खड़ी स्कूल बसों में आग लगा दी।

पुलिस के अनुसार, कम से कम 13 बसों पर हमला किया गया, जिनमें से अधिकांश जल गईं और तीन पुलिस वाहनों को भी आग लगा दी गई। एक अधिकारी ने कहा, स्थिति को संभालने से पहले पथराव में जिला अधीक्षक भी घायल हो गए। रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 2,000 लोग चिन्ना सलेम के पास कन्यामूर में स्कूल और छात्रावास में इकट्ठा हुए थे।

अधिकारी ने बताया कि छात्रा के छात्रावास में एक सुसाइड नोट भी मिला। सुसाइड नोट में छात्रा ने बताया था कि उसने शिक्षकों के द्वारा कथित प्रताड़ना के बाद आत्महत्या की है। इस मामले में स्कूल प्रशासन में छात्रा की मौत की सूचना के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कल्लाकुरिची के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भेज दिया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कई चोटों और खून का बहना बताया गया था।

डीजीपी सी सिलेंद्र बाबू ने बताया कि इस घटना में केस दर्ज कर जांच की जा रही है। वहीं, माता-पिता ने दोबारा पोस्टमार्टम के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने कहा कि, हमारे पास पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग है और इसमें शामिल सभी लोगों को हिरासत में लिया जाएगा।