Andman Gangrape Case: अंडमान गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी और निलंबित लेबर कमिश्नर आरएल ऋषि को सोमवार दोपहर करीब एक बजे चेन्नई से एक उड़ान से पोर्ट ब्लेयर पहुंचने के बाद अंडमान निकोबार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें अंडमान निकोबार के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण और पोर्ट ब्लेयर का कारोबारी संदीप सिंह उर्फ रिंकू शामिल है।

सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने Gangrape का मामला

महिला को सरकारी नौकरी दिलाने का वादा करके गृह सचिव के घर बुलाने और सामूहिक बलात्कार करने के मामले में आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया था। एसआइटी अब तक तीन बार नारायण से पूछताछ कर चुकी है। अंडमान निकोबार पुलिस ने दो नवंबर को सिंह और ऋषि के बारे में जानकारी देने पर एक-एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी।

पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण किए जा चुके हैं गिरफ्तार

एक अक्तूबर को दर्ज की गई प्राथमिकी में अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण के साथ आर एल ऋषि का नाम दर्ज किया गया था। पीड़ित महिला ने आरोप लगाया था कि उसे सरकारी नौकरी देने का वादा करके बहकाया था। नारायण को इस महीने की शुरुआत में तब गिरफ्तार किया गया था, जब पोर्ट ब्लेयर की एक सत्र अदालत ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।

SIT कर रही है अंडमान गैंगरेप केस की जांच

मामले में आरोपी एक होटल मालिक ऋषि और रिंकू प्राथमिकी दर्ज होने के समय से ही फरार थे और उनकी जमानत याचिका पोर्ट ब्लेयर की अदालत ने खारिज कर दी थी। महिला ने अपनी शिकायत में पोर्ट ब्लेयर में नारायण के आधिकारिक आवास पर अप्रैल और मई में रात में दो बार बर्बरतापूर्ण तरीके से सामूहिक बालात्कार की बात कही थी। मामले की जांच कर रही एसआइटी को पता चला है कि पूर्व मुख्य सचिव के घर 20 से अधिक महिलाओं को उनके घर ले जाया गया था।