आज बात उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक ऐसे कुख्यात गैंगस्टर की जिसने फिल्मों में भी काम किया। लखनऊ में लल्लू यादव उर्फ पहलवान के नाम से कभी मशहूर रहे इस शख्स पर भू-माफिया होने के आरोप लगे। बताया जाता है कि यूपी के खूंखार माफियाओं में शुमार सूरजपाल यादव का शूटर बन कर लल्लू यादव जरायम की दुनिया में उतरा। जल्दी ही सूरजपाल के कट्टर विरोधी अर्जुन की हत्या में लल्लू की संलिप्ता उजागर हुई। इसके बाद तो अपराध की दुनिया में लल्लू धीरे-धीरे पांव जमाता ही चला गया। साल 1989 में पुराने लखनऊ के बाजारखाला के बिल्लौजपुरा में जल संस्थान के ठेके को लेकर माफिया और राजनेता अरुणशंकर शुक्ला उर्फ अन्ना के समर्थकों से लल्लू की जबरदस्त विवाद हुआ था। इसमें दौरान गोलाबारी भी हुई थी। इस घटना के बाद राजाजीपुरम के मेंहदीखेड़ा निवासी लल्लू का नाम सुर्खियों में आया।
पैसों की चाहत में लल्लू यादव ने रेलवे के ठेके और जमीनों की खरीद-फरोख्त में हाथ आजमाया। बताया जाता है कि इसी दौरान लल्लू यादव की माफिया और एलएलसी अजीत सिंह से ठन गई। उसके खिलाफ लल्लू ने रमेश कालिया की पत्नी को बीजेपी से विधान परिषद सदस्य का चुनाव लड़वाया। कुछ दिनों बाद रमेश कालिया पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। जिसके बाद लल्लू यादव का दबदबा कम हो गया।
पुलिस के मुताबिक साल 2007 में लल्लू ‘MD-1 गैंग’ का मुखिया था। पुलिस के मुताबिक यादव पर पांच बार गुंडा ऐक्ट लगाया जा चुका है और छह बार गैंगस्टर ऐक्ट। लल्लू पर चार हत्याओं का आरोप है और सात मामले ऐसे हैं, जिनमें लल्लू का हत्या का प्रयास करने का आरोपी बनाया गया। बताया जाता है कि लल्लू यादव पर 50 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि जुर्म की काली दुनिया में नाम कमाने वाला लल्लू यादव एक्टिंग की दुनिया में भी नाम बनाना चाहता था।
एक बार हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए लल्लू यादव ने कहा, ‘मैं हमेशा से ऐक्टिंग करना चाहता था और मैं अपने सपने को साकार कर रहा हूं।’ लल्लू की फिल्म की गाड़ी तब पटरी पर आई, जब उनकी मुलाकात मुंबई के एक फिल्म डायरेक्टर सुमित चावला के साथ हुई। यादव ने अपनी फिल्म के बारे में बताया, ”छबीली’ बिहार की एक बार डांसर की कहानी है जो फर्श से अर्श तक का सफर तय करती है।’
बता दें कि लल्लू ने भोजपुरी फिल्म ‘छबीली’ से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। ये फिल्म साल 2015 में बिहार और झारखंड में रिलीज हुई थी। इसके बाद उसकी दूसरी फिल्म ‘लखनऊ का बिट्टू’ को लेकर भी खूब चर्चा हुई थी।