यह कहानी है उस सफल महिला कि जिनकी पूरी जिंदगी लड़कियों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। सबसे पहले आप यह जान लीजिए कि सारा रिज़वी को गुजरात की पहली महिला आईपीएस अफसर होने का गौरव हासिल है। मुंबई में पैदा होने वाली सारा रिज़वी एक पढ़े-लिखे परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता अफजल अहमद साइंस ग्रेजुएट हैं। सारा रिज़वी की मां निगार रिज़वी अलिगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की छात्रा रही हैं। सारा रिज़वी के भाई वसीफ रिज़वी सिविल इंजीनियर हैं और सऊदी अरब में पोस्टेड रहे हैं। उनकी हन समीरा कम्प्यूटर साइंस ग्रेजुएट हैं तथा वो दुबई में पोस्टेड रही हैं।
साल 2008 में सारा रिज़वी की शादी मुनव्वर खान से हुई थी। मुनव्वर खान उस वक्त आरपीएफ में ट्रेनी असिस्टेंड सिक्यूरिटी कमिशनर थे। आईपीएस अफसर बनने के बाद सारा रिज़वी की पहली पोस्टिंग गुजरात के जानगर जिले में हुई थी। यहां 6 महीने तक प्रोबेश्नर आईपीएस रहने के बाद उनका ट्रांसफर राजकोट के गोंडल में एएसपी के तौर पर हुआ।
आईपीएस बनने के बाद सारा रिज़वी ने एक साक्षात्कार में कहा था कि वो अपनी नौकरी से बहुत प्यार करती हैं और कभी भी अपने काम से परेशान नहीं होती हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि एक महिला अफसर होने पर उन्हें गर्व है और वो पुलिस फोर्स को लेकर लोगों के मन में बनी धारणा को बदल देना चाहती हैं।
सारा रिज़वी ने अपना ग्रेजुएशन कॉमर्स विषय में MMK कॉलेज, मुंबई से किया था। सारा रिज़वी एक चार्टर्ड अकाउंटेन्ट बनना चाहती थीं। ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद एक दिन वो प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर आयोजित एक लेक्टर में शामिल हुई थीं। इस दौरान वो डॉक्टर के.एम. आरिफ के लेक्चर से काफी प्रभावित हुई थीं। हालांकि, सारा रिज़वी सिविल सर्विस परीक्षा के पहले 2 प्रयासों में असफल हो गई थीं। सारा रिज़वी के परिवार ने उनका हर कदम पर साथ दिया। परिजनों के सहयोग और अपनी मेहनत से सारा रिज़वी ने आखिरकार इस कठिन परीक्षा को पास कर लिया।