पहले वो लोगों को झांसा देकर अपना भक्त बनाता और फिर उनसे पैसे ऐंठता था। भक्तों से पैसे ऐंठने के लिए वो उन्हें यकीन दिलाता कि उनके दिए हुए पैसे कुछ समय बाद डबल हो जाएंगे। इस तरह जब उसके पास काफी सारे पैसे इकठ्ठे हो जाते तो चुपचाप वो वहां से फरार हो जाता था। आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे बाबा कि जिसने अपने कई भक्तों को चूना लगाया और जो पकड़ा भी गया तो अपने भक्तों की वजह से ही। साल 2019 के अप्रैल महीने में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने बाबा आचार्य अशोकानंद महाराज को जब गिरफ्तार किया तो कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं।

पुलिस ने अशोकानंद महाराज को ग्रेटर नोएडा से पकड़ा था। दरअसल अशोकानंद के कई भक्तों ने थाने में उसके खिलाफ महीनों से एफआईआर दर्ज करा रखी थी और पुलिस उसकी तलाश में कई दिनों से खाक छान रही थी। उसे पकड़ना इसलिए मुश्किल था क्योंकि वो एक जगह कहीं भी टिक कर नहीं रहता था। लेकिन आखिरकार जब वो ग्रेटर नोएडा से पकड़ा गया तब उसकी सारी पोल-पट्टी खुल गई। पुलिस ने उस वक्त बताया था कि अशोकानंद ने ढोंग रचकर कई लोगों को अपना भक्त बना लिया था। जब उसके भक्त उसपर ‘अंध’ विश्वास करने लगते तब वो उन्हें पैसे डबल करने की स्कीम बताता था। आचार्य अपने भक्तों से कहता था कि वो उसके द्वारा बताए गए स्कीम में 1000 रुपए इन्वेस्ट करें और इसके बदले में 10 महीने बाद उन्हें 15,000 रुपए मिलेंगे। जब कई भक्तों से वो इसी तरह पैसे ऐंठ लेता तब चुपचाप वो वहां से फरार हो जाता था।

स्कीम बताकर अनोखे ढंग से पैसे ऐंठने वाले इस बाबा के भक्तों ने दिल्ली के शकरपुर थाने में दर्ज अपनी एफआईआर में यह भी कहा था कि बाबा ने पूजा-पाठ के नाम पर भी उनसे लाखों रुपए ठगे थे। पुलिस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि आचार्या अशोकानंद महाराज ने दिल्ली के शकरपुर इलाके में आलिशान प्लैट और आश्रम बनवाया था। इतना ही नहीं ग्रेटर नोएडा में भी उसकी काफी प्रॉपर्टी है। उस वक्त पुलिस ने अशोकानंद के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। इस मामले में आगे पुलिस ने कानून के मुताबिक कार्रवाई की। (और…CRIME NEWS)