सन् 1879-1925 तक इस कातिल ने कई लोगों को क्रूरता के साथ मौत के घाट उतारा। फ्रिट्ज हरमन और उसके दो सहयोगियों ने मिलकर 50 लोगों का कत्ल किया। फ्रिट्ज हरमन को खून पीने वाला एक खूंखार ‘वैम्पायर’ भी कहा जाता था क्योंकि वो अपने शिकार के गर्दन को दातों से तब तक चबाथा जब तक की उसकी मौत ना हो जाए। फ्रिट्ज हरमन का जन्म जर्मनी के हैनओवर में हुआ था। बचपन के दिनों में फ्रिट्ज लड़कियों के कपड़े पहनना पसंद करता था। 17 साल की उम्र में एक लड़के के साथ रेप करने के मामले में उसे सुधारगृह भेजा गया था। छह महीने बाद वो सुधारगृह से बाहर आ गया। 20 साल की उम्र तक वो पॉकेटमारी और लूटपाट के कुछ केसों में जेल भी गया।

इसके बाद उसने एक अच्छी जिंदगी जीने की सोची और उसने सिगार फैक्ट्री में नौकरी कर ली। इस दौरान उसने एक लड़की से सगाई भी की। लेकिन उसने इस लड़की से शादी नहीं की और उसने आर्मी ज्वायन कर लिया। लेकिन आर्मी से उस निकाल दिया गया। हरमन इसके बाद अपने जन्मस्थली पर दोबारा लौटा। इसके बाद वो ट्रैफिकिंग और बीफ के ब्लैक मार्केंटिंग के धंधे में शामिल हो गया। इस धंधे में उतरने के बाद वो एक कत्ल कर चुका था। साल 1919 में उसकी मुलाकात हैन्स ग्रैन्स नाम के एक शख्स से हुई। हैन्स होमोसेक्सुअल था और उसने ही हैनओवर के ‘गे’ समुदाय के लोगों से हरमन की मुलाकात करवाई। लेकिन इसी साल हरमन एक लड़के के साथ बिस्तर पर पकड़ा गया और उसे जेल जाना पड़ा।

करीब नौ महीने बाद जेल से लौटते ही हरमन ओनओवर के एक पुराने क्वार्टर में शिफ्ट हो गया। हरमन ने इस क्वार्टर में आकर हत्याओं और रेप का सिलसिला शुरू किया। हैंस ग्रांस के साथ मिलकर हरमन ने इस क्वार्टर में कई लड़कों का रेप किया और उनकी बेरहमी से हत्या कर दी। हरमन पर 27 हत्याओं का मुकदमा चला था। लेकिन माना जाता है कि उसने 50 हत्याएं की। जानकारी के मुताबिक हरमन जवान लड़कों को अपना निशाना बनाता था। बच्चों को खाना खिलाने का लालच देकर वो उन्हें अपने फ्लैट तक ले आता था। इसके बाद वो उन्हें खाना भी खिलाता था। लेकिन इसके बाद वो अपने साथी की मदद से लड़के का रेप कर उसके गर्दन को दांतों से चबाकर उसे मार डालता था।

कहा जाता है कि हरमन ने बीफ के बाजार में कई बार इंसानों की हड्डियां तक बेची हैं। अचानक कई बच्चों के लापता होने की खबर से यहां हड़कंप मच गया। साल 1924 में पुलिस को नदी से कई सारी हड्डियां मिलीं। इसके बाद पुलिस ने हरमन के कमरे की तलाशी ली। यहां पुलिस को लड़कों के कई सारे कपड़े मिले। हैनओवर के वैम्पायर के खिलाफ साल 1924 से मुकदमा चलना शुरू हुआ। हरमन 20 हत्याओं का दोषी पाया गया। उसे अदालत ने मौत की सजा सुनाई। लेकिन हरमन ने अधिकारियों से मांग की कि बीच बाजार उसका सिर धड़ से अलग कर दिया जाए। इसके बाद हरमन के साथ ऐसा ही किया गया। (और…CRIME NEWS)