आज बात एक कातिल की जो अनपढ़ था लेकिन उसने एक कत्ल की स्क्रिप्ट कुछ ऐसे लिखी कि अलीगढ़ की पुलिस साढ़े तीन तक उसी पर कदमताल करती रही। साल बीतते गए और एक पुलिस गायब शख्स की तलाश नहीं कर पाई। करती भी कैसे, वो मर जो चुका था। साढ़े तीन साल से ज्यादा का समय बीत गया और पुलिस केस बंद करने वाली थी कि तभी कातिल की एक लाइन ने उसे पकड़वा दिया।
देवेंद्र शर्मा नाम का एक शख्स 12 दिसंबर 2013 को अलीगढ़ पार्क थाने में पहुंचता है। देवेंद्र शर्मा बताता है कि इस अपहरण के पीछे जय नाम के युवक का हाथ है, जो कि फरीदाबाद की जवाहर कालोनी का रहने वाला है। दरअसल, देवेंद्र मूलतः अलीगढ़ का रहने वाला था लेकिन रोजगार के कारण वह परिवार के साथ फरीदाबाद की जवाहर कालोनी में रहता था।
देवेंद्र के मुताबिक उसकी 12वीं में पढ़ने वाली बेटी 3 दिसंबर को पेपर देने के लिए अलीगढ़ में मामा के घर आई थी। फिर पुलिस ने अपहरण और पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की। जब पुलिस आरोपी जय की तलाश में फरीदाबाद गई तो पता चला कि वह खुद लापता है और उसकी मां ने रिपोर्ट भी दर्ज करवा रखी है। कुछ दिन तलाशी के बाद पुलिस शांत पड़ गई कि शायद दोनों प्रेम में हों और कुछ दिन में लौट आएंगे।
दो साल बीत गए लेकिन कुछ पता न चला और इस बीच लड़की का पिता भी थाने आता-जाता रहा। 1 सितंबर 2015 को देवेंद्र सीधा अलीगढ़ एसएसपी के पास लड़की के साथ पहुंचा। देवेंद्र ने कहा कि देखिए साहब लड़की को गर्भवती करके आरोपी भाग गया। अगर थाने की पुलिस चाहती तो कुछ न होता। फिर कहानी बताई कि जय, लड़की को लेकर मथुरा गया और वहां रेप किया जिससे लड़की प्रेग्नेंट हो गई। इतना सुनते ही पुलिस के कान खड़े हो गए।
इस केस को फिर एक साल बीता और सितंबर 2016 में तत्कालीन आईपीएस अधिकारी राजेश पांडेय ने देवेंद्र से पूछा कि – हम लोग तो लगे हैं लेकिन तुम बताओ आरोपी कहां होगा? इतने में झल्लाए देवेंद्र ने कहा “हम क्या बताएं साहब कहीं रेल से कटकर मर-खप गया होगा।” पुलिस का दिमाग टनका और उन्होंने जीआरपी से रेल ट्रैक पर पाई गई लाशों की जानकारी मांगी तो जय का नाम भी सूची में मिला।
अब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो देवेंद्र ने राज उगल दिया। बताया कि लड़की के मामा प्रमोद ने जय को लड़की के साथ घर में देख लिया था इसलिए हमने मिलकर उसे मार डाला। हत्या के बाद जय को रेल ट्रक पर फेंक दिया फिर लड़की की चुपचाप शादी कर दी। पता चला कि लड़की अपने पति से ही प्रेग्नेंट थी और बाद में बच्चे को भी जन्म दिया था। वहीं, जय पर अपहरण-बलात्कार जैसी धाराएं उसकी फर्जी कहानी के चलते दर्ज की गई थी।