उसने भारत से लेकर नेपाल तक अपने आश्रम बनवा रखे थे। लोग उसे बड़ा ज्ञानी पुरुष मान उसकी एक झलक पाने के लिए तरसते थे। आज कहानी बिहार के उस स्वयं-भू बाबा की जिसपर दो बहनों ने रेप का आरोप लगाया और फिर कानून के लंबे हाथ पहुंच गए इस बाबा के गर्दन तक। साल 2019 के जनवरी के महीने में बिहार पुलिस ने इस बाबा को दो लड़कियों के साथ दुष्कर्म के आऱोप में गिरफ्तार किया। दोनों लड़कियां रिश्ते में बहन थीं। बाबा पर इन लड़कियों को ब्लैकमेल करने और वीडियो बनाकर कई सालों तक उनका यौन शोषण करने का आरोप भी लगा।

इन दोनों बहनों ने देखा था कि कैसे गुरमीत राम रहीम को उसके अपराध के लिए सजा हुई थी और इसी से सीख लेकर इन दोनों ने भी अपने साथ हुई ज्यादती के खिलाफ मुंह खोला। जिस बाबा पर इन दोनों बहनों ने रेप का आरोप लगाया उसका नाम बाबा मनमोहन दास है। इस मामले में शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने मनमोहन दास को मधुबनी जिले स्थित फुलपरास शहर के एक आश्रम से गिरफ्तार कर लिया था। आगे की जांच पता चला कि था कि मनमोहन दास एक संगठन चलाता है जिसका नाम है ‘विश्व कबीर विचार मंच।’ इस मंच की शाखाएं भारत और नेपाल दोनों ही देश में हैं। उस वक्त पुलिस ने बताया था कि पीड़ित लड़कियों के परिजन मधुबनी के ही रहने वाले हैं और उनका व्यापार पंजाब के लुधियाना में चलता है।

पुलिस ने बताया था कि साल 2009 में दोनों बहनों के पिता ने ‘विश्व कबीर विचार मंच’ की सदस्यता ली थी। मनमोहन दास सुपौल जिले का रहने वाला है और साल 2010 में उसने सुपौल के पंचभिंडा गांव में एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम में यह लड़कियां भी अपने परिजनों के साथ पहुंची थीं। उस वक्त मनमोहन दास ने छोटी बहन का रेप किया और अपने ही मोबाइल फोन से उसका वीडियो भी बनाया। पुलिस में दर्ज शिकायत के मुताबिक उसने लड़की को धमकी दी थी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो वो उसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा और उसके भाई को जान से मार देगा। इस वीडियो के जरिए उसने कई सालों तक लड़की का यौन शोषण किया। इसके बाद उसने उसकी बड़ी बहन का भी इसी तरह दुष्कर्म किया।

कुछ दिनों बाद बड़ी बहन ने अपनी छोटी बहन को बाबा मनमोहन की इस करतूत के बारे में बताया। लेकिन जब छोटी बहन ने उसे बताया कि वो खुद कच्ची उम्र से ही बाबा के इस धोखे का शिकार हो रही है तो इसे सुनकर वो चौंक गई। दोनों बहनों ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को ईमेल भेज अपनी आपबीती बताई और फिर यह ईमेल सुपौल जिले के तत्कालीन एसपी मृत्युंजय कुमार चौधऱी को आयोग की तरफ से भेजा गया। ईमेल मिलते ही एसपी ने त्वरित कार्रवाई की और तुरंत लड़कियों से संपर्क किया। उन्होंने लड़कियों से कहा कि वो इस मामले में स्थानीय महिला थाने में तुरंत लिखित शिकायत दर्ज करवाएं। शिकायत मिलते ही पुलिस की एक टीम ने बाबा मनमोहन को उसके आश्रम से धर दबोचा। उस वक्त कुछ रिपोर्ट में कहा गया था कि इस बाबा ने पुलिस को देखने के बाद आश्रम से भागने की कोशिश भी की थी लेकिन वो पकड़ा गया। बाबा मनमोहन को पकड़ने के बाद पुलिस ने कानूनी प्रक्रियाओं के तहत उसपर कार्रवाई की। (और…CRIME NEWS)