उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अवैध धर्मांतरण का खेल चल रहा था। इस मामले में एक पादरी को गिरफ्तार किया गया है। पादरी पर आरोप है कि वह ट्रस्ट के नाम पर लोगों का अवैध धर्मांतरण करवा रहा था। वह गरीब लोगों को पैसे का लालच देता था और फिर उनका धर्म परिवर्तन करवा लेता था। घटना जिले के मोदीनगर थानाक्षेत्र की है। पादरी पर आरोप है कि वह दलित समुदाय के लोगों को अपने जाल में फंसाता था। फिलहाल पुलिस ने अवैध धर्म परिवर्तन के आरोप में पादरी को गिरफ्तार किया है। आगे की कार्रवाई जा रही है।
पुलिस इस मामले में पादरी से पूछताछ कर रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रह रही है कि इस घटना के तार किसी बड़े गैंग से तो नहीं जुड़े हैं। सिर्फ अकेला पादरी लोगों का धर्म परिवर्तन करा रहा था या फिर इस गिरोह में कई और लोग शामिल है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान हापुड जिले के पीरनगर सुदाना गांव के निवासी महिंदर कुमार के रूप में हुई है। इस मामले में आशीष नामक व्यक्ति की शिकायत पर गिरफ्तारी की गई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया गया था कि कुछ लोग पैसे के लिए गरीब लोगों पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए दबाव डाल रहे हैं। इस मामले में मंहिदर कुमार और कुछ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 23 जुलाई को मोदीनगर थाने में एफआईआऱ दर्ज की गई थी।
एजेंट्स कराते थे लोगों से संपर्क
अपर पुलिस आयुक्त (एसीपी- मोदीनगर) ज्ञान प्रकाश ने बताया कि कुमार अपनी पत्नी के साथ बेथलेहम गॉस्पेल नाम से एक ट्रस्ट चला रहा थे। इसके लिए उसे विदेशों से पैसा मिल रहा था। इन पैसों का इस्तेमाल वह दलित वर्ग के गरीब लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए करता था। उन्होंने आगे कहा कि कुमार हर रविवार को अपने एजेंट्स द्वारा बताये गए लोगों से मिलने के लिए मोदीनगर के गांवों में जाता था। अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कुमार के खिलाफ भादस और धर्मांतरण विरोधी कानून की संबंधित धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है। मामले की जांच चल रही है।