नाबालिग अपने पिता की रेप और शारीरिक शोषण की आदत से परेशान होकर घर से भाग गई थी। पीड़िता बिहार से निकलकर बेंगलुरु पहुंची थी। यहां उसे कुछ सेक्स तस्करों ने किडनैप कर लिया था और उसका शारीरिक शोषण करना शुरू कर दिया था। पीड़िता ने बताया कि यहां उसे कई दिनों तक बिना खिड़की वाले कमरे में रखा गया था। इसके बाद उसे ट्रेन से बिहार तस्करी में भेज दिया था।
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (RPF) ने एक विशेष सर्च ऑपरेशन चलाया था। इसके लिए शक्ति टीम का भी गठन किया गया था। फोर्स ने पीड़िता को दानापुर एक्स्प्रेस से बचाया है और वह बेंगलुरु से बिहार जा रही थी। एक विशेष सर्च ऑपरेशन के तहत रेड मारी गई। यहां 15 वर्षीय बच्ची सहमी हुई नजर आई तो सुरक्षाकर्मियों ने उससे पूछताछ की। पीड़िता ने बताया कि वह पूर्व चंपारण की रहने वाली है।
पीड़िता ने बताया कि वह अपने पिता की हरकतों से परेशान होकर घर से भाग गई थी। उसका पिता पीड़िता के साथ कई बार रेप कर चुका था और उसने आप बीती अपनी मां को भी बताई थी, लेकिन उसने इसमें कुछ मदद नहीं की। इससे तंग आकर पीड़िता ने अपना घर छोड़ा दिया था और बेंगलुरु पहुंच गई थी। पीड़िता ने बताया कि यहां अज्ञात व्यक्ति ने उसे कई दिनों तक बिना खिड़की वाले कमरे में रखा और फिर बेच दिया। फिलहाल अज्ञात लोगों के खिलाफ पॉक्सो के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
बड़ी बहन से रेप: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में एक 12 वर्षीय नाबालिग अपनी 16 वर्षीय बहन से रेप करता रहा। पीड़िता के गर्भवती होने के बाद जुर्म का पर्दाफाश हुआ। पीड़िता के पिता मजदूरी करते हैं और मां लोगों के घरों में सफाई का काम करती हैं। पीड़ित अपनी मां की मदद के लिए एक घर में काम करने के लिए गई तो पेट देखकर उससे इस बारे में पूछताछ की गई। जिसके बाद उसने इस बारे में बताया।