यूपीएससी को देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पास करने के लिए अभ्यर्थी जी-तोड़ मेहनत करते हैं। कई बार वो सफल होते हैं तो कई अभ्यर्थी असफल। आज हम एक ऐसी शख्सियत की चर्चा यहां कर रहे हैं जिन्होंने कड़े संघर्ष के बाद इस परीक्षा को पास किया। इस संघर्ष के दौरान उन्हें असफलता भी हाथ लगी लेकिन वो अपने लक्ष्य को लेकर अडिग रहे।

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मूल रूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले यशवंत मीणा की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई जयपुर से ही हुई थी। यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने से पहले यशवंत मीणा ने B.Tech किया। बी.टेक के बाद वो यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे औऱ तीसरी बार में वो साक्षात्कार तक पहुंचे लेकिन इस बार भी वो सफल नहीं हुए।

चौथी बार भी यशंवत मीणा को इस परीक्षा में असफलता ही हाथ लगी। हालांकि, यशवंत को खुद पर भरोसा था कि वे इस परीक्षा को जरुर पास कर लेंगे और अपना सपना पूरा करेंगे। यशवंत उन कैंडिडेट्स में शुमार हैं, जिन्होंने यूपीएससी में सफलता प्राप्त करने के लिए लंबा संघर्ष किया। उन्हें यूपीएससी में लगातार चार बार असफलता मिली।

तीसरे प्रयास में वह इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे, लेकिन फाइनल लिस्ट में अपनी जगह नहीं बना पाए। इस दौरान उन्हें कई लोगों ने ताने भी मारे, लेकिन इन सबको दरकिनार कर उन्होंने अपनी तैयारी जारी रखी। कड़ी मेहनत और धैर्य की बदौलत पांचवें प्रयास में उन्होंने यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा पास कर ली थी।

साल 2019 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 797 प्राप्त कर अपना सपना पूरा कर लिया था। जाहिर है यशवंत मीणा ऐसे लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं, जो सफलताओं से निराश हो जाते हैं। इस परीक्षा को पास करने के बाद एक साक्षात्कार में यशवंत मीणा ने अभ्यर्थियों को टिप्स देते हुए कहा था कि ‘चाहें आप यूपीएससी की कितनी भी अच्छी तैयारी कर लें, लेकिन अगर आप परीक्षा वाले दिन बेहतर तरीके से अपना आंसर नहीं लिख पाए, तो आपकी पूरी मेहनत बेकार हो जाएगी। ऐसे में वह तैयारी के साथ आंसर राइटिंग कि ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करने की सलाह देते हैं।’