राजस्थान के करौली में एक साधू को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जमीन विवाद की वजह से मंदिर के पुजारी को जिंदा जला दिया गया है। पुजारी का नाम बाबूलाल बताया जा रहा है। न्यूज एजेंसी ‘ANI’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अपनी मौत से पहले बाबूलाल ने पुलिस को बयान दिया है कि ‘कैलाश मीना और उसके बेटे ने उनकी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की थी…इस दौरान बाबूलाल और कैलाश मीणा के बीच लड़ाई हो गई और फिर उन्होंने उन्हें आग के हवाले कर दिया..’ जिंदा आग में झोंके जाने की वजह से बाबूलाल बुरी तरह झुलस गए थे। करौली के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छवा ने इस बात की जानकारी दी है। बताया जा रहा है कि मंदिर के जमीन को लेकर ही यह विवाद चल रहा था।

इस मामले में पुलिस ने घटनास्थल पर जाकर कई सबूत भी जुटाए हैं। इस मामले में मृतक बाबूलाल के रिश्तेदार रामाकांत शर्मा ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में सिर्फ एक आरोपी को ही पकड़ा है। जबकि आरोपी का पूरा परिवार इस हत्याकांड में शामिल है। उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड करना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि अगर पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई नहीं की तो ब्राह्रण समाज इसके खिलाफ प्रदर्शन करेगा।

इधऱ इस मामले पर आचार्य प्रमोद ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘राजस्थान में “पुजारी” की “जला” कर हत्या,एक संगीन अपराध के साथ साथ मानवता के माथे पे एक कलंक है, मुख्यमंत्री  @ashokgehlot51 से सख़्त से सख़्त कार्यवाही की “अपेक्षा” की जाती है, अपराधी कितना भी बड़ा हो “क़ानून” से बड़ा नहीं हो सकता’

Swatantryaveer Savarkar Rashtriya Smarak के अध्यक्ष रंजीत सावरकर ने कहा कि ‘राजस्थान के करोली जिले में भू माफियाओ ने मंदिर की जमीन पर कब्जे के लिए पुजारी को जिंदा जला दिया। राहुल गांधी-प्रियंका वाड्रा राजस्थान कब जा रही है। या फिर मंदिर के पुजारी को कांग्रेस इंसान नहीं मानती।’