इस शख्स ने अपने काले कारनामों से हरियाणा, राजस्थान और पंजाब मे आतंक मचा रखा था। आज हम जिस कुख्यात गैंगस्टर के बारे में आपको बताने जा रहे हैं उसे गुड़गांव एसटीएफ ने करीब 3 साल पहले हैदराबाद से दबोचा था। इस शख्स पर अलग-अलग राज्यों में हत्या, लूट और फिरौती मांगने समेत कई संगीन मामले दर्ज थे। लेकिन गुनाह की दुनिया में आने से पहले इस शख्स की पहचान कुछ औऱ थी।
चंडीगढ़ पुलिस से सेवानिवृत असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रामचंदर का बेटा संपत नेहरा कभी नेशनल लेव डीकैथलॉन (हर्डल रेस) में सिल्वर मेडलिस्ट था। डीएवी कॉलेज से पढ़ाई करने वाला संपत नेहरा को राजनीति में भी रुचि थी। संपत नेहरा SOPU (स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी) का अध्यक्ष भी बना था।
कहा जाता है कि पढ़ाई-लिखाई के दिनों में ही वो कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई के संपर्क में आय़ा। इसके बाद से ही एक होनहार लड़के की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई। यहां आपको बता दें कि यह वहीं गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई है जिसने कभी बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी खुलेआम धमकी दी थी।
विश्नोई के संपर्क में आने के बाद संपत नेहरा ने कई बड़े अपराध किये और धीरे-धीरे वो उसका राइट हैंड बन गया। बताया जाता है कि संपत नेहरा की पहचान विश्नोई गैंग के शार्प शूटर के तौर पर थी। जनवरी, 2016 में संपत पहली बार बंदूक की नोक पर कार लूटने के एक मामले में गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद जून, 2017 को वह साथी कैदी के साथ पुलिसकर्मी की आंखों में मिर्ची पाउडर झोंककर फरार हो गया था।
इसके बाद संपत पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान में कुल 25 मामले दर्ज हुए। 12 मर्डर के मामलों में संपत का नाम सामने आया और उस पर एफआईआर दर्ज है। संपत नेहरा का आतंक इतना बढ़ गया था कि उसपर अलग-अलग राज्यों की पुलिस ने इनाम घोषित किया था। हरियाणा पुलिस ने संपत पर 2 लाख जबकि राजस्थान और पंजाब पुलिस ने उसपर 50-50 हजार रुपए का इनाम रखा था।
साल 2018 में हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स और हैदराबाद पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाकर संपत नेहरा को दबोचा था। उस वक्त पुलिस ने बताया था कि करीब 3 दिनों तक चले ऑपरेशन के बाद इस कुख्यात को दबोचा जा सका था। मूल रूप से राजस्थान के रायगढ़ के रहने वाले संपत नेहरा को दबोचने के लिए टास्क फोर्स की टीम उस वक्त 15 दिन पहले हैदराबाद पहुंची थी। सर्विलांस औऱ अपने मुखबिरों कि सूचना के आधार पर नेहरा को पकड़ा गया था। यह भी बताया गया था कि जब संपत नेहरा को पुलिस ने पकड़ा था तब उसके पास कोई हथियार तक नहीं था।