Railway Police: उत्तर प्रदेश के बरेली में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने एक ऐसी महिला का पता लगाया है, जिसने कथित तौर पर ट्रेन में यात्रा के दौरान ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन के एक वरिष्ठ अधिकारी की बेटी के 10,000 रुपये बहुमूल्य जूते चुराए थे। पुलिस ने कहा कि महिला ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है, लेकिन अभी तक जूतों को बरामद नहीं किया जा सका है।
ओडिशा में डिवीजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) विनीत सिंह की बेटी मानवी सिंह 4 जनवरी को नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली लखनऊ मेल के एसी फर्स्ट क्लास कोच में अपनी मां के साथ यात्रा कर रही थीं। तभी उसके साथ यह हैरान करने वाली घटना घटी।
शिकायत के आधार पर जीआरपी, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के अधिकारियों ने जांच शुरू की। जूते चुराने वाली महिला बरेली की रहने वाली है, जिसका नाम दिव्या फराह है। महिला की पहचान बरेली रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखने के बाद की गई।
महिला ने कबूल किया जुर्म
रेलवे अधिकारियो ने कहा कि हमने शनिवार को संदिग्ध से पूछताछ की और उसने स्वीकार किया कि उसने 4 जनवरी को सुबह करीब 3.45 बजे बरेली रेलवे स्टेशन पर उतरते समय गलती से जूते पहन लिए थे। वह एसी कोच के उसी डिब्बे में थी, जहां मानवी सिंह अपनी मां के साथ यात्रा कर रही थी। हालांकि उसने अपनी गलती स्वीकार कर ली है, लेकिन हमें अभी तक जूते बरामद नहीं हुए हैं।
DRM की बेटी को संदेह था कि बरेली उतरी महिला ने उसके जूते चुराए
बरेली रेलवे स्टेशन के जीआरपी प्रभारी अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि इस मामले में विनीत सिंह की ओर से भारतीय दंड संहिता की धारा 380 (चोरी) के तहत 5 जनवरी को ओडिशा के संबलपुर रेलवे स्टेशन पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। चूंकि उनकी बेटी को संदेह था कि बरेली जंक्शन रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरी महिला ने उसके जूते चुराए होंगे। शिकायत जनवरी के तीसरे सप्ताह तक हमारे पास स्थानांतरित कर दी गई थी।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घटना को लेकर बरेली स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की, लेकिन हमें इन द्वारों से महिला के बाहर जाने का कोई निशान नहीं मिला। इसके बाद हमने आईआरसीटीसी के अधिकारियों से एसी प्रथम श्रेणी कोच के केबिन सी और डी में यात्रियों के आरक्षण विवरण और संपर्क विवरण के साथ उनके पते उपलब्ध कराने के लिए मदद मांगी।