पंजाब में भ्रष्टाचार के एक केस में सोमवार को एक वरिष्ठ आईएएस (IAS) संजय पोपली को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि, जब 2008-बैच के आईएएस अधिकारी संजय पोपली, पंजाब जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर थे, तब उन्होंने 1% कमीशन मांगा था। इस वक्त आईएएस पोपली पेंशन के निदेशक पद पर तैनात थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भ्रष्टाचार के मामले में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सीवरेज बोर्ड में सहायक सचिव के पद पर तैनात संदीप वत्स को भी गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के अनुसार करनाल के एक सरकारी ठेकेदार संजय कुमार ने अधिकारी संजय पोपली और वत्स के खिलाफ शिकायत की थी, जिसके बाद यह गिरफ्तारी की गई है।

सरकारी ठेकेदार संजय कुमार ने आरोप लगाया था कि संजय पोपली पिछली कांग्रेस सरकार में वाटर सप्लाई एवं सीवरेज बोर्ड के सीईओ थे। उस दौरान नवांशहर में सीवरेज पाइपलाइन बिछाने के लिए करीब 7 करोड़ का प्रोजेक्ट बना। इसी प्रोजेक्ट में पोपली ने 1% कमीशन यानी 7 लाख की मांग रखी थी।

ठेकेदार के मुताबिक, इस साल 13 जनवरी 2022 को उन्हें फोन आया कि संजय पोपली कमीशन मांग रहे हैं। जिसमें विभाग के ही सुपरिटेंडिंग इंजीनियर संजीव वत्स के जरिए चंडीगढ़ में 3.50 लाख रुपए दिए भी गए थे। ठेकेदार ने बताया कि फोन आने के बाद उसने अपने बैंक खाते से 3.5 लाख रुपये निकाले और चंडीगढ़ के सेक्टर 20 में एक कार में वत्स को सौंप दिए।

इस दौरान ठेकेदार ने पैसे देते हुए पेन कैमरे से वीडियो बना लिया था, जिसे बाद में विजिलेंस ब्यूरो को सौंप दिया गया। आरोप यह भी है कि बाकी बचे पैसों के लिए भी सहायक सचिव वत्स ने ठेकेदार संजय कुमार को कई बार फिर से फोन किया, लेकिन उन्होंने पैसे देने से मना कर दिया था। ब्यूरो की तरफ से कहा गया कि संजय कुमार की शिकायत और वीडियो साक्ष्य के आधार पर ही दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।