One of the largest online task frauds: पुणे सिटी पुलिस के सामने अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन टास्क फ्रॉड का मामला दर्ज किया गया है। मामले में भारतीय सेना से रिटायर्ड एक 69 वर्षीय कर्नल को धोखा देकर उनसे 18 दिनों के भीतर 2.4 करोड़ रुपये से अधिक लूट लिया गया। इस दौरान उन्हें “प्रीपेड टास्क” के लिए 40 से अधिक ऑनलाइन लेनदेन के जरिए धोखा दिया गया।
ऑनलाइन टास्क फ्रॉड का अब तक का सबसे बड़ा मामला
रिटायर्ड कर्नल की शिकायत के आधार पर गुरुवार दोपहर पुणे साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। शिकायत के मुताबिक 15 मई से 2 जून के बीच विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए 2.4 करोड़ रुपये उन्होंने गंवा दिए थे। प्राथमिकी के अनुसार, रिटायर्ड कर्नल को 15 मई को एक संदेश मिला जिसमें उन्हें वीडियो पसंद करने और उत्पादों के लिए ऑनलाइन रिव्यू देने जैसे टास्क पूरा करने के बदले पैसे देने की पेशकश की गई। संदेश का जवाब देने के बाद उन्हें विभिन्न टास्क दिए गए और उन्हें छोटी-छोटी रकम का भुगतान किया गया।
हाई रिटर्न का लालच देकर बनाया रिटायर्ड कर्नल को शिकार
इसके बाद रिटायर्ड कर्नल को बताया गया कि उन्हें “प्रीपेड टास्क” के लिए चुना गया है। इसके लिए उन्हें अग्रिम रूप से पैसा देना होगा। उन्हें कार्यों के लिए हाई रिटर्न की पेशकश की गई थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जालसाज प्रीपेड फीस बढ़ाते चले गए और वह उन्हें चुकाता रहा। प्राथमिकी के अनुसार, कुछ समय बाद ऑनलाइन जालसाजों ने उन्हें रिटर्न देना बंद कर दिया, लेकिन प्रीपेड कार्यों के लिए पैसे मांगते रहे और किसी दिन रिटर्न मिलने की उम्मीद में उन्होंने उन्हें भुगतान कर दिया।
धोखाधड़ी में अपनी लगभग सारी बचत खोने के बाद पुलिस से शिकायत
पुलिस अधिकारी ने कहा, “शिकायतकर्ता ने जब तक यह महसूस किया कि उसके साथ धोखा हुआ है, तब तक वह धोखाधड़ी में अपनी लगभग सारी बचत खो चुका था। इसके बाद उन्होंने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया।” मामले की जांच कर रहे इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सावंत ने कहा, “शिकायतकर्ता ने इस महीने के पहले सप्ताह में हमसे संपर्क किया था। हमने इस मामले में संदिग्धों द्वारा इस्तेमाल किए गए खातों को फ्रीज करने के लिए सभी बैंकों को लिखा है।”