बिहार के भागलपुर से दिल को दुखाने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक गर्भवती महिला अपने पति से मिलने जेल पहुंची थी। जहां उसने अपने पति को देखा तो बेहोश होकर गिर पड़ी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। असल में महिला से अपनी पति की हालत देखी नहीं गई और उसे सदमा लग गया। वहीं परिवार वालों ने महिला की मौत का जिम्मेदार पुलिस वालों को ठहराया है।

असल में मंगलवार 6 जून को महिला अपने पति से मिलने की जिद करने लगी। उसे ससुराल वालों ने समझाने की कोशिश की मगर वह नहीं मानी। महिला का कहना था कि वह अपने पति से मिलना चाहती है। उसकी बात मानकर ससुराल वाले उसे भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा लेकर गए। वहां उसने जैसे ही अपने पति का चेहरा देखा तो बेहोश होकर गिर पड़ी। परजिन उसे अस्पताल लेकर गए मगर उसकी मौत हो चुकी थी।

दो साल पहले हुई थी लव मैरिज

रिपोर्ट्स के अनुसार, दो साल पहले भागलपुर के घोघा गोविंदपुर के रहने वाले गुड्डू यादव और घोघा जानीडीह की पल्लवी यादव का प्रेम विवाह हुआ था। पल्लवी आठ महीने की गर्भवती थी। कुछ दिनों पहले ही विनोद यावद और गुड्डू यादव के बीच जमीनी विवाद हुआ था। दोनों परिवारों ने थाने में मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद गुड्डू यादव को जेल भेज दिया गया था। करीब आठ महीने से गुड्डू जेल में ही है। इसी बीच उसकी पत्नी उससे जेल में मिलने पहुंची थी जहां उसकी मौत हो गई। इस तरह एक परिवार बिखर गया। गर्भ में पल रहा बच्चा दुनिया में आने से पहले ही चला गया। पत्नी की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए गुड्डू को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से बाहर जाने की परमिशन मिली।

वहीं इस मामले में गुड्डू के भाई विक्की यादव ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया है। उसका कहना है कि पुलिस की लापरवाही के कारण उसकी भाभी की जान गई है। उसके भाई को पुलिस ने विरोधियों से पैसे जबरन जेल भेज दिया। विरोधी पैसे वाले हैं। हमारा सब कुछ छिन गया और इसकी जिम्मेदार सिर्फ पुलिसवाले हैं।

इस मामले में केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने फोन बताया कि महिला पल्लवी यादव अपने पति गोविंद यादव उर्फ गुड्डू यादव से मिलने आई थीं। इसी दौरान उनकी तबीयत बिगड़ी और वे वहीं जमीन पर गिर गई। जिसके बाद उनकी मौत हो गई। ऐसा लगता है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था।