महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में किसान पिता द्वारा बीटेक की फीस के लिए पैसे नहीं जुटा पाने पर बेटी ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि गरीब पिता द्वारा बीटेक की फीस के लिए जरूरी एक लाख रुपए तय समय पर नहीं जुटा पाने पर बेटी ने कथित तौर पर कीटनाशक पीकर जान दे दी। पुलिस ने बुधवार (24 जुलाई) को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार रूपाली रामकृष्ण पवार जालंधर स्थित एक कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए पिता से पैसे मांगी थी। वह पिता द्वारा एक लाख रुपए नहीं जुटा पाने को लेकर काफी निराश थी। इसी निराशा में उसने अपनी जान ले ली।

बेटी के लिए पिता खेत बेचने के लिए भी तैयार थेः पुलिस के अनुसार किसान रामकृष्ण पवार पैसे जुटाने के लिए अपने खेत बेचने के लिए भी तैयार थे, लेकिन उन्हें इच्छित मूल्य नहीं मिल पा रहा था। अधिकारी ने यह भी बताया कि 20 जुलाई के तय समय तक पैसों का इंतजाम नहीं हो पाने से निराश रूपाली मंगलवार (23 जुलाई) की रात को परिवार के एक सदस्य से बहस भी हुई थी। यह घटना मोहोल तालुका स्थित वालुज डेगांव ग्राम की है।

National Hindi News, 25 July 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरों के लिए क्लिक करें

युवती की उपचार के दौरान ही मौत हो गईः पुलिस ने बताया कि पैसों का इंतजाम नहीं होने पर नाराज रूपाली ने अपने ही घर में मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात को कीटनाशक पी लिया। बताया जा रहा है कि कीटनाशक पीने से हुई पीड़ा के बाद वह चिल्लाई तो परिजन उसे मोहोल के अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां से उसे सोलापुर के अस्पताल रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई।

गरीबी से लाचार छात्रः वहीं इस मामले में एक अन्य अधिकारी ने बताया कि किसान रामकृष्ण पवार की 17 साल की बेटी रूपाली रामकृष्ण पवार पढ़ाई में बहुत तेज थी। उसने कॉमन एंट्रेस टेस्ट (सीईटी) में 89 फीसदी अंक हासिल किए थे। पुलिस ने दुर्घटनावश हुई मौत का मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि इस घटना से राज्य के लातूर जिले में कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक मेधावी छात्रा स्वाति पिताले की याद ताजा हो गई जिसने 260 रूपये का मासिक बस पास बनवाने के पैसे न होने बाद आत्महत्या कर ली थी।