Poonch Terror Attack: भारतीय सेना के ट्रक पर पुंछ में हुए आतंकवादी हमले के मामले में पूछताछ के लिए पुलिस द्वारा बुलाए जाने के बाद जम्मू और कश्मीर में एक 50 साल के व्यक्ति की जहर खाने से मौत हो गई। मौत के एक दिन बाद उस व्यक्ति मुख्तार हुसैन शाह का एक वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वायरल हो रहा वीडियो मेंढर तहसील के नार गांव के रहने वाले मुख्तार हुसैन शाह के जहर खाने से कुछ देर पहले बनाया गया है।

सेना का साथ देना चाहिए… आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों

वायरल वीडियो में मुख्तार हुसैन शाह खुद को निर्दोष बता रहा है और स्थानीय लोगों से आतंकवाद खिलाफ लड़ाई में सेना का साथ देने की अपील कर रहा है। कथित तौर पर जहर खाने से ठीक पहले संदिग्ध मुख्तार ने यह वीडियो को रिकॉर्ड किया था। पुंछ आतंकी हमले की जांच कर रही जम्मू कश्मीर पुलिस ने संदेह के आधार पर शाह को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद उसने मंगलवार शाम कथित तौर पर जहर खा लिया था। उसे राजौरी के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान गुरुवार सुबह उसकी मौत हो गई।

भारत के लिए खड़े रहो और खूनखराबा खत्म करो…

व्यापक रूप से साझा किए जा रहे वीडियो संदेश में मुख्तार हुसैन शाह कह रहा है, “एक साथ आओ और सेना का समर्थन करो, भारत के लिए खड़े रहो और खूनखराबा खत्म करो।” लगभग 10 मिनट लंबे वीडियो में उसने यह भी जिक्र किया है कि जब वह कहता है कि उसने कभी किसी आतंकवादी की मदद नहीं की तो कोई उस पर भरोसा नहीं करता। वह इस तरह के उत्पीड़न को अब और सहन नहीं कर सकता है और अपने रिश्तेदारों और ग्रामीणों को उत्पीड़न और यातना से बचाने के लिए अपना जीवन समाप्त कर रहा है।

खुदकुशी से स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश, जांच की मांग

संदिग्ध की खुदकुशी से पहले के वीडियो ने स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। कई लोग उन परिस्थितियों की जांच की मांग कर रहे हैं जिनकी वजह से उसकी मौत हुई। मांग के साथ प्रदर्शन करने वाले लोगों का आरोप है कि पिछले हफ्ते पुंछ में सेना के ट्रक पर हुए आतंकवादी हमले के बाद से पुलिस और सुरक्षा बल स्थानीय लोगों को परेशान कर रहे हैं। शाह के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने इंसाफ और गहन जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

खुदा और कुरान की कसम खाकर कहा- नहीं की आतंकियों की मदद

वीडियो में शाह कहता है कि पुंछ आतंकी हमले के सिलसिले में काफी लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। शाह ने कहा कि उनके परिवार ने हमेशा भारत का समर्थन किया है। यहां तक ​​कि वह खुदा और पवित्र कुरान की कसम खाता है कि उसने हमले को अंजाम देने में आतंकवादियों की मदद नहीं की और 200 से अधिक निर्दोष लोगों को बिना किसी गलती के उत्पीड़न और यातना का सामना करना पड़ रहा है।

राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों को बताया भाई, मारे जाने पर दुख

वीडियो में शाह कहता है, “अधिकारियों से मेरी अपील निर्दोष लोगों पर अत्याचार नहीं करने की है। हालांकि, घटना में शामिल किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मैं बहुत दुखी हूं कि राष्ट्रीय राइफल्स के मेरे भाई मारे गए। मैं उनके परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त करता हूं। मानवता की मांग है कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नहीं मारा जाना चाहिए। मेरा परिवार और हमारे ग्रामीण देश की रक्षा करेंगे और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करेंगे।”

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आओ शांति के लिए खड़े हों, वीडियो में हर मुसलमान से अपील

शाह ने वीडियो मैसेज में सभी से एक साथ आने और सेना का समर्थन करने की भी अपील की। उन्होंने कहा, “मैं हर मुसलमान से अपील करना चाहता हूं कि हमें एक साथ आना चाहिए और सेना का समर्थन करना चाहिए ताकि खून खराबा हमेशा के लिए खत्म हो जाए और हमें यातना से छुटकारा मिल जाए।” उसने कहा, “आओ शांति के लिए खड़े हों। सरकार हमें सब कुछ मुहैया करा रही है लेकिन हम कुछ लोगों की वजह से परेशान हैं। हमें उन्हें बेनकाब करना होगा ताकि यह बात खत्म हो जाए।”

संदिग्ध की तरह नहीं स्थानीय लोगों से रूटीन पूछताछ- पुलिस सूत्र

जम्मू कश्मीर पुलिस ने अभी तक मुख्तार हुसैन शाह की खुदकुशी और प्रताड़ना के आरोप पर कोई बयान जारी नहीं किया है। अधिकारियों के हवाले से मिली खबरों के मुताबिक, शाह को संदिग्ध के तौर पर पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया था, बल्कि भाटा दुरियां गांव में आतंकी हमले की जगह के पास रहने वाले बाकी लोगों की तरह पूछताछ के लिए ही बुलाया गया था।

आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तानी नागरिक माने जाने वाले हमलावर सैनिकों की पांच राइफलों के साथ फरार हो गए। क्षेत्र में सुरक्षा बलों द्वारा बड़े पैमाने पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किए जाने के बावजूद अभी तक उन्हें पकड़ा नहीं जा सका है।