मस्जिद बनाने के लिए परमिशन लिया या नहीं? बांग्लादेश में अब सभी मस्जिदों की जांच कराई जाएगी। देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि ‘देश में बने सभी मस्जिदों की जांच कराना बेहद जरुरी है। इस बात की जांच होनी जरुरी है कि निर्माण और मस्जिद की रुपरेखा को लेकर संबंधित अथॉरिटी से जरुरी इजाजत ली गई है या नहीं? प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यह बात संसद में आवामी लीग के 2 सांसदों सहारा खातून और इशराफिल आलम को श्रद्धांजलि देते वक्त कही।

PM ने संसद में नारायणगंज मस्जिद हादसे का जिक्र करते हुए बताया कि ‘मैंने पहले ही कैबिनेट सचिव और अन्य संबंधित अधिकारियों को कहा है कि हादसे की वजह की जांच की जाए। इसके अलावा बिजली और गैस सेक्टर से जुड़े लोगों से भी कहा है कि मस्जिद में हादसे की वजह को तलाशने में वो मदद करें।

शेख हसीना ने कहा कि देश की कई मस्जिदों में बिना कोई जरुरी योजना बनाए एयर कंडीशन लगाए जा रहे हैं। शेख हसीना ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि जिस जगह पर मस्जिद का निर्माण किया गया है क्या वो जगह मस्जिद बनाने या इस तरह के कंस्ट्रक्शन को करने के लिए उचित था?

प्रधानमंत्री संसद में मस्जिद में हुए जिस हादसे की जिक्र कर रही थीं उसके बारे में आपको बता दें कि कुछ ही दिनों पहले राजधानी ढाका के बाहरी इलाके में स्थित एक मस्जिद में लगे 6 एयरकंडीशन्स में ब्लास्ट हो गए थे। मस्जिद के अंदर एयर कंडीशन के फटने से 1 बच्चे समेत 12 नमाजियों की मौत हो गई थी। यह हादसा बीते शुक्रवार (04-09-2020) को ईशा की नमाज के दौरान हुआ था।

ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल बर्न यूनिट (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी) से जुड़े डॉ. सामंथा लाल सेन ने बताया था कि शनिवार को 11 नमाजियों की इलाज के दौरान मौत हुई है जबकि शुक्रवार को बुरी तरह घायल एक बच्चे ने दम तोड़ा था। हादसे में 25 अन्य लोग जल गए थे जिनका इलाज किया जा रहा है। झुलसे लोगों में से कई लोगों की हालत गंभीर है और कई लोग 90 फीसदी तक जल गए हैं।

‘ढाका ट्रिब्यून’ ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि मस्जिद के नीचे से टाइटस गैस की पाइपलाइन गुजरती है। इसी पाइपलाइन से गैस लीक हुई और खिड़कियां बंद होने के चलते मस्जिद में गैस भर गई। विस्फोट उस समय हुआ जब किसी ने एसी या पंखा खोलने या बंद करने की कोशिश की। माना जा रहा है कि ऐसा करने के दौरान हुए स्पार्क से गैस ने आग पकड़ी और जोरदार विस्फोट हुआ।