प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान का कथित रूप से फर्जी वेबसाइट बनाने और केंद्र सरकार की योजना के तहत नौकरी देने का झांसा देकर करीब 100 लोगों को चूना लगाने के मामले में पुलिस ने 34 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार (24 जुलाई) को बताया कि मामले में आरोपी प्रसेनजीत चटर्जी को पश्चिम बंगाल में उत्तरी 24 परगना जिले से मंगलवार (23 जुलाई)को गिरफ्तार किया गया।
साइबर अपराध शाखा में मामला दर्जः पुलिस ने बताया कि फर्जी सरकारी वेबसाइट के बारे में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सतर्कता अधिकारी हरि सेवक शर्मा की शिकायत पर साइबर अपराध शाखा ने भारतीय दंड संहिता और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपी ने सरकारी वेबसाइट जैसी ही एक अन्य वेबसाइट बनाई। उसमें दावा किया गया था कि यह पश्चिम बंगाल के ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान की अधिकारिक वेबसाइट है। उसने शिक्षक की नौकरी योजना के तहत लोगों को पंजीकरण करा कर उनसे पैसे मांगकर लगभग 100 लोगों को धोखा दिया।
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शिकायत मिलने पर वेबसाइट की बंदः शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने वेबसाइट को बंद कर दिया।जांच के आधार पर, आरोपी की पहचान की गई और उसे साइबर अपराध इकाई के इंस्पेक्टर भानु प्रताप के नेतृत्व में एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि उसका लैपटॉप कंप्यूटर और हार्ड डिस्क जब्त कर लिया गया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता अभियान का लक्ष्य छह करोड़ ग्रामीण परिवारों को डिजिटल रूप से साक्षर बनाना है।