Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने बाहरी दिल्ली के पश्चिम विहार में चीन का मांझा (पतंग की डोर) बेचकर जनता और जानवरों को खतरा पैदा करने के आरोप में शुक्रवार को सात लोगों को गिरफ्तार किया है। डीसीपी (बाहरी दिल्ली) हरेंद्र सिंह ने कहा, “पतंग उड़ाने, व्यक्तियों या जानवरों के लिए खतरा पैदा करने, चोट लगने की संभावना या चिंता पैदा करने के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”

चीनी मांझा बेचना और इसका इस्तेमाल करना समान रूप से अपराध

डीसीपी हरेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपी व्यक्तियों के पास से 200 पतंगें और चीन के मांझे के 33 रोल (पुली या चरखी) बरामद किए गए हैं। डीसीपी ने कहा, “चीनी मांझा बेचना और इसका उपयोग करना समान रूप से अपराध है।” उन्होंने कहा कि दिल्ली में चीन के मांझे की चपेट में आने से एक बच्ची की मौत के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। इसके चलते ही सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है। आगे और भी गिरफ्तारी की जा सकती है।

गर्दन में कांच लगी पतंग की डोर फंसने से हुई थी बच्ची की मौत

इससे पहले पश्चिम विहार में बुधवार को सात साल की एक बच्ची की गर्दन में कांच लगी पतंग की डोर फंसने से मौत हो गई थी। पुलिस ने कहा था कि जब यह घटना हुई तब लड़की अपने पिता, मां और बड़ी बहन के साथ स्कूटर पर अपनी स्वीमिंग क्लासेस के लिए जा रही थी। पश्चिम विहार (वेस्ट) पुलिस ने लापरवाही के कारण बच्ची की मौत और सरकारी आदेश के उल्लंघन से जुड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।

इस दर्दनाक वारदात के सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘क्या आपके आसपास चाइनीज मांझा की बिक्री, निर्माण अथवा उपयोग हो रहा है? आइए, इसे मिलकर रोकें! हमें 112 पर सूचना दें और इसकी रोकथाम में हमारा सहयोग करें। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।’

क्या है चीन का बना मांझा, कैसे और कितना खतरनाक है ?

चीन से आए मांझे में अल्युमिनियम ऑक्साइड और लेड समेत कई केमिकल और धातुओं का इस्तेमाल किया जाता है। इससे बने तेज धार वाले चीन के मांझे की बिक्री अधिक होती है। क्योंकि यह मानसून में भी खराब भी नहीं होता। मांझे में धातु के इस्तेमाल से मांझे से करेंट लगने और बत्ती गुल होने का भी खतरा होता है। इसलिए हर साल चीन के मांझे के खिलाफ जागरूकता, अपील और सख्ती की बात सामने आती है। इसके बावजूद दिल्ली के बाहरी इलाके में चोरी-छिपे और कोड वर्ड के सहारे इसका कारोबार किया जाता है।

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दिल्ली में चीन के मांझे पर पाबंदी, चोरी-छिपे चलता है कारोबार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पर्यावरण विभाग की ओर से 10 जनवरी, 2017 को नोटिफिकेशन जारी कर चीन के मांझे पर पाबंदी लगाई गई थी। इसके तहत दिल्ली में पतंग उड़ाने के लिए नायलॉन, प्लास्टिक और दूसरे तरह के सिंथेटिक सामानों से तैयार मांझें की बिक्री, उत्पादन, स्टोरेज, सप्लाई और उसे आयात करने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही दिल्ली में पतंग उड़ाने के लिए कांच, मेटल या किसी भी तरह के शार्प चीजों से बने मांझे पर भी पूरी तरह रोक है।

इस पाबंदी को अमल में लाने के लिए दिल्ली में चीन के बने मांझे की चोरी छिपे खरीद बिक्री को रोकने के लिए राजस्व और वन विभाग, दिल्ली पुलिस, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सिविक एजेंसियों के अधिकारी के अलावा पेटा और एनजीटी की टीमें अक्सर छापेमारी करती रहती हैं।