शक्ल-ओ-सूरत से भले ही वो इंसान नजर आते हैं लेकिन उनकी हरकतें कहीं से भी इंसानों जैसी नहीं। इन्होंने जो किया उसे सुनकर शायद आपको अपनी कानों पर यकीन ना हो, लेकिन यह सच है। यह कहानी है उत्तर प्रदेश के उन दो इंसानों की जिनकी घिनौनी हकरत ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। यूपी के नोएडा का एक गांव निठारी एक वक्त खौफ का पर्याय बन गया था। वजह थी कि यहां की एक कोठी से सिलसिलेवार तरीके से बच्चे गायब हो रहे थे। 7 मई 2006 को जब कोठी नंबर डी-5 से एक लड़की लापता हुई तो इस घिनौने कांड से पर्दा उठ गया। दरअसल यह लड़की एक रिक्शे पर बैठ कर कोठी तक आई थी। लेकिन लड़की ने रिक्शे वाले को पैसे नहीं दिये थे और उससे कहा था कि वो कोठी के बाहर ही रुके और वो उसे पैसे लाकर देती है।

लेकिन जब लड़की काफी देर तक कोठी से बाहर नहीं आई तब उस रिक्शेवाले को शक हुआ और उसने तुरंत लड़की के घरवालों को पूरी बात बताई। पायल के पिता नंदलाल ने इस मामले में पुलिस की मदद मांगी और फिर शुरू हुई एक ऐसी तफ्तीश जो जैसे-जैसे आगे बढ़ी वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले खुलासे होने लगे। पता चला कि निठारी के इस कोठी में पंढेर नाम का एक शख्स अपने नौकर सुरेंद्र कोली के साथ रहता था। यह दोनों यहां लड़कियों का कत्ल कर उनके अंगों को निकाल लिया करते थे। पुलिस ने कोठी के पास बने नाले से कई नरकंकाल बरामद किए।

निठारी कांड के आरोपी सुरेंद्र कोली और पंढेर

जांच के दौरान मानव हड्डियों के हिस्से और 20 ऐसे पैकेट मिले थे, जिनमें मानव अंगों को भरकर नाले में फेंक दिया गया था। कहा जाता है कि इन दोनों ने इस कोठी में कई छोटी बच्चियों, बच्चों और लड़कियों के साथ पहले दुष्कर्म किया फिर उनका कत्ल कर उनका कलेजा निकाल लिया। इतना ही नहीं कहा यह भी जाता है कि सेक्स पावर बढ़ाने के लिए यह दोनों इंसानों का कलेजा भी खाते थे।

इस खौफनाक कोठी को मीडिया में ‘निठारी कांड’ के नाम से काफी सुर्खियां मिली थीं। बाद में कोठी के मालिक पंढेर के बारे में पता चला कि साल 2004 में उसका परिवार पंजाब चला गया और वो इस कोठी में रहने लगा। वहीं उत्तराखंड के अल्मोड़ा के एक गांव का रहने वाला सुरेंद्र कोली साल 2000 में दिल्ली में काम की तलाश में आया था। साल 2003 में उसकी मुलाकता पंढेर से हुई थी और वो तब से ही इस कोठी में रहने लगा था। इस मामले में इन दोनों पर 15 हत्याएं करने का केस चलाया गया। अदालत ने इन दोनों को मौत की सजा सुनाई। हालांकि बाद में पंढेर जमानत पर बाहर भी आया। बहरहाल अब यह दोनों कानून के मुजरिम हैं और इन्हें अपनी जुर्म की सजा भी भुगतनी है।