दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद शातिर अपराधी नीरज बवाना गिरोह के सदस्य दिनेश उर्फ टापा के जींद जिले में रामबीर कॉलोनी स्थित आवास पर एनआईए की टीम ने बुधवार सुबह छापेमारी की। पुलिस ने यह जानकारी दी।

थाना प्रभारी मनीष ने एनआईए टीम के रामबीर कॉलोनी स्थित दिनेश के घर पहुंचने की पुष्टि करते हुए बताया कि टीम ने उनसे अलसुबह पुलिस सहायता मांगी थी। उन्होंने पुलिस टीम भेज दी है, लेकिन उन्होंने क्या कार्रवाई की और वे किसलिए आये थे, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है।

तिहाड़ जेल में बंद है दिनेश

दिनेश पिछले 10 साल से तिहाड़ जेल में सजा काट रहा है। दिनेश पर हत्या, शस्त्र अधिनियम सहित कई अन्य गंभीर आरोपों के तहत मामले दर्ज हैं और वह नीरज बवाना गिरोह का सदस्य है। थाना प्रभारी ने बताया कि एनआईए की टीम बुधवार सुबह 4:30 बजे दिनेश के घर पर पहुंची और उसके आवास को चारों तरफ से घेर कर अंदर तलाशी अभियान चलाया।

टीम करीब साढ़े नौ बजे वहां से चली गई। दिनेश के पिता की काफी समय पहले मौत हो चुकी है, जबकि उसका भाई जॉनी इटली में रहता है। दिनेश का छोटा भाई दीपेश परचून की दुकान चलाता है और अपनी मां बाला देवी के साथ रहता है।

D कंपनी से जुड़ चुका है नीरज बवाना का नाम

2004 में 18 साल से कम उम्र में नीरज बवाना ने एक शख्स का कत्ल किया और फिर अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसने दिल्ली एनसीआर में बड़े बिजनेसमैनों से फिरौती मांगी इसके बाद उसका नाम फिरौती किंग पड़ा। इसके अलावा उसने कई महंगी जमीनों पर कब्जा भी किया।

बवाना पर हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती और वसूली के 100 से अधिक मामले दर्ज हैं। बता दें कि नीरज बवाना लंबे समय से दिल्ली के तिहाड़ जेल में ही बंद हैं। बवाना का नाम अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की D कंपनी से भी जुड़ा है। भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, तिहाड़ जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के कत्ल के लिए D कंपनी ने नीरज बवाना से ही संपर्क किया था और सुपारी दी थी। अब बवाना गैंग के बदमाश के घर पर एनआईए ने अचानक रेड मारी है, जिसके बाद चर्चे शुरू हो गए हैं, हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं है कि छापा क्यों मारा गया।

Surajpur News: पुलिस ने पहचान और मौत के कारण की पुष्टि के लिए बरामद कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।