बिहार के मुजफ्फरपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। यहां एक पंचायत पर नाबालिग रेप पीड़िता से उसके नवजात को बेचने का फरमान सुनाने का आरोप लगा। मुजफ्फरपुर पुलिस ने इस मामले में जांच करने का आदेश दिया है। पुलिस ने 15 वर्षीय मासूम के साथ हुई हरकत तको लेकर आईपीसी और पोक्सो एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक पीड़िता के साथ पहले एक मौलवी और फिर एक इलेक्ट्रिशियन ने घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। मामले के आरोपी फरार हैं।

‘बच्चे के पिता का पता लगाया जाए’: नाबालिग ने दो दिनों पहले स्थानीय पंचायत के सामने मांग रखी थी कि बच्चे के पिता का पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाए। साथ ही उसका कहना था कि जो भी पिता पाया जाता है उसे दोनों को परिवार के रूप में स्वीकार करना होगा। लेकिन कथित तौर पर पंचायत ने उसे अपना बच्चा बेच देने के लिए कह दिया।

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पुलिस से मांगी थी मददः मुजफ्फरपुर एसपी जयंत कांत ने कहा, ‘हमने पूरे मामले में जांच का आदेश दिया है। एडिशनल एसपी (पूर्व) अमितेश कुमार के नेतृत्व में जांच होगी। दोनों आरोपियों की तलाश भी की जा रही है और पंचायत के खिलाफ लगे आरोपों की भी जांच की जा रही है।’ पीड़ित नाबालिग गरीब परिवार से है और निरक्षर है। उसने प्रेग्रनेंसी की शुरुआत में ही पुलिस को जानकारी दी थी। साथ ही पंचायत से भी हस्तक्षेप की मांग की थी।

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रेप, वीडियो और ब्लैकमेलिंगः दर्ज एफआईआर के मुताबिक स्थानीय लोगों ने मौलवी को रोटेशन के आधार पर खाना खिलाने का फैसला लिया था। उक्त बच्ची एक बार मौलवी को खाना देने के लिए गई थी, तभी आरोपी ने उसे बेहोश कर उसके साथ रेप किया। इस घटना का एक वीडियो भी बनाया गया था, जिसके जरिये कथित तौर पर पीड़िता को ब्लैकमेल किया गया। इस मामले की जानकारी एक इलेक्ट्रिशियन को मिली तो उसने भी रेप किया।