मध्य प्रदेश की औद्योगिक नगरी पीथमपुर में लोकायुक्त पुलिस को छापे में एक करोड़ से ज्यादा की बेहिसाब संपत्ति के मिलने की खबर सामने आई है। बता दें कि मंगलवार (20 अगस्त) को पुलिस ने नगर पालिका के एक अधिकारी के ठिकानों पर छापे मारे और उसके द्वारा वैध आय से अधिक संपत्ति रखे जाने का खुलासा किया। गौरतलब है कि पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की जांच के घेरे में आई इस संपत्ति का मूल्य एक करोड़ रुपए से ज्यादा का आंका जा रहा है। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक (डीएसपी) प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि इंदौर से करीब 50 किलोमीटर दूर पीथमपुर के नगरीय निकाय के राजस्व विभाग के उप निरीक्षक महेश पटेल (49) के खिलाफ शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने भ्रष्ट तरीकों से बेहिसाब संपत्ति जमा की है। इस शिकायत पर पीथमपुर में पटेल के पांच ठिकानों पर छापे की कार्रवाई की गई।
पटेल के साथ उनके परिवार वालों के नाम से भी संपति मिलीः डीएसपी ने बताया कि पटेल के पीथमपुर स्थित घर की तलाशी के दौरान लगभग सात लाख रुपए मूल्य के स्वर्ण आभूषण, चांदी के कई जेवरात तथा 90,000 रुपए की नकदी मिली। छापामार दलों को पीथमपुर में सरकारी अधिकारी और उनके पारिवारिक सदस्यों के नाम से खरीदे गए पांच भवनों, एक भूखंड और एक दुकान के बारे में भी सुराग मिले हैं। बता दें कि पटेल परिवार एक कार और दो पहियों वाले चार वाहनों का भी मालिक है।
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भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत होगी कार्रवाईः बघेल ने बताया कि पटेल सरकारी सेवा में वर्ष 1992 में सहायक सचिव के रूप में शामिल हुए थे। डीएसपी ने यह भी बताया, ‘पटेल और उनके परिवार के सदस्यों की चल-अचल संपत्तियों का कुल मूल्य एक करोड़ रुपए से ज्यादा है। यह आंकड़ा नगर पालिका अधिकारी द्वारा उनकी 27 साल की सरकारी नौकरी में वेतन से अर्जित आय के मुकाबले कहीं अधिक है।’ बता दें कि सरकारी अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ मामले की विस्तृत जांच और आरोपी की बेहिसाब संपत्ति का मूल्यांकन भी जारी है।