उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी बीते कुछ समय से बुलडोजर चल रहा है। शिवराज सरकार में अब यह बुलडोजर डकैत कल्ली गुर्जर के सहयोगियों की संपत्ति पर चलाया जा रहा है। दरअसल, हफ्ते भर पहले डकैत कल्ली गुर्जर ने एक परिवार के सदस्यों से मारपीट की थी और खूब आतंक काटा था। इसमें वह एक नाबालिग लड़की का शादी के लिए हाथ मांगने गया था, जिसे परिजनों ने ठुकरा दिया था।

32 वर्षीय कल्ली गुर्जर का जन्म मुरैना जिले के निरार थाना क्षेत्र के चाचुल गांव में हुआ था। पिछले सप्ताह स्याही के टेक गांव में गोली चलाने के बाद से वह चर्चा में है। दरअसल, कल्ली गुर्जर एक नाबालिग लड़की के प्यार में था और पहाड़गढ़ थाना क्षेत्र के स्याही के टेक गांव में शादी के लिए उसी लड़की का हाथ मांगने आया था।

जानकारी के अनुसार, घटना में लड़की के माता-पिता ने शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। कल्ली को माता-पिता की बात नहीं पसंद नहीं आई, ऐसे में उसने डराने-धमकाने के लिए फायरिंग कर दी। इसके बाद उसने लड़की के परिजनों की पिटाई भी की। बता दें कि, कल्ली गुर्जर कभी पुलिस का मुखबिर हुआ करता था; जिसने कई डकैतों को गिरफ्तार करने में मदद की थी।

पुलिस मुखबिर होने के कारण उसे हथियार का लाइसेंस का भी दिया गया था। ऐसे में उसने 0.315 बोर की राइफल ली थी, जिसे चंबल में पंचफेरा भी कहा जाता है। कल्ली पर 25,000 रुपये का इनाम है, जबकि उसके दो भाइयों पर 10,000 रुपये का इनाम है। कल्ली गुड्डा गुर्जर गिरोह से भी जुड़ा है, जिसके मुखिया गुड्डा के सिर पर 60 हजार रुपये का इनाम है।

मुरैना जिला प्रशासन ने 1 मई को कल्ली के बहनोई गिरिराज गुर्जर और एक अन्य सरपंच बीरबल गुर्जर के घर को ध्वस्त कर दिया। दोनों पर कल्ली को पनाह देने का आरोप है। मुरैना पुलिस ने पहाड़गढ़ के बीहड़ों में कल्ली की तलाश शुरू कर दी है। मुरैना के एसपी आशुतोष बागड़ी ने कहा, “खोज अभियान जारी है और हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”

अपराध की दुनिया में कल्ली की शुरुआत में बकरियों और भैंसों की चोरी की। हालांकि, इलाके में लोगों पर गोलीबारी और डराने-धमकाने सहित बड़े अपराधों के कारण वह कुख्यात हो गया। कल्ली के रूप में चंबल क्षेत्र में लंबे समय के बाद एक डकैत सामने आया था। इस क्षेत्र के अंतिम प्रमुख गिरोहों में गड़रिया बंधु, निर्भय गुर्जर और जगजीवन परिहार शामिल थे, जिनका सफाया कर दिया गया है।