कहते हैं कि मां का दिल बच्चों में बसा होता है मगर कई बार मां से भी गलती हो जाती है। असल में अमेरिका के पनामा सिटी फ्लोरिडा में एक मां अपनी 7 महीने की बच्ची को कार में रखकर 4 घंटे तक भूल गई। कार बाहर धूप में खड़ी थी। बाहर काफी गर्मी थी। बच्ची धूप और गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाई और तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई। अब 32 साल की मां पर कार्रवाई करते हुए अदालत ने उसे 30 साल जेल की सजा सुनाई है। आरोपी महिला का नाम दाउफिन है, जिसे उसकी बेटी McKinlee ग्रेस गार्नर की मौत के लिए हत्या का दोषी पाया गया है।

महिला बच्ची को कार में ही भूल गई

मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, महिला बच्ची को लेकर दुकान गई थी। वह दुकान से लौट आई थी और बच्ची को कार में ही भूल गई। महिला घर के अंदर अकेली आ गई उसे इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि बच्ची अभी भी कार में है। वहीं महिला का जब ब्लड टेस्ट किया तो पता चला कि उसने उस वक्त ड्रग्स लिया था। जब बच्ची के साथ हादसा हुआ तो वह नशे में थी। शायद इसलिए वह अपनी बेटी के बारे में भूल गई थी। बाहर धूप थी और बाहर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस था जिससे कार के अंदर का तापमान 85 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। सात महीने की बच्ची इतनी गर्मी झेल नहीं पाई और उसकी दर्दनाक मौत हो गई।

बच्ची का शरीर बेजान हो गया था

इस मामले में महिला की सौतेली बेटी ने बताया कि जब उसने दाउफिन से उसकी बेटी के बारे में पूछा तो उसने कहा कि वह घर में हॉल में है। मगर जब बच्ची घऱ में कहीं नहीं मिली तो वह दौड़कर कार के पास आई। जहां उसने देखा कि बच्ची का शरीर बेजान हो गया था। उसकी बच्ची की मौत हो चुकी थी।

पुलिस को दाउफिन के घर में मेथम्फेटामाइन नाम का ड्रग मिला। इस मामले में दाउफिन का कहना है कि वह अपनी बेटी की मौत की वजह से सदमे में है। वह अपने सभी बच्चों के साथ सही से रहने की कोशिश करती है। वह जब भी किसी छोटी बच्ची को देखती है तो उसे अपनी बेटी की याद आती है और वह टूटकर रोने लगती है।

इस मामले में महिला की बहन चिपनी ने अदालत में कहा कि उसकी बहन एक अच्छी इंसान थी, जिससे गलती हुई है। उसने कहा कि मैंने उसे एक दयालु, ईमानदार इंसान के रूप में जाना है। जब परिवार में किसी को भी उसकी जरूरत होती वह साथ होती। वह हमेशा बच्चों से प्यार करती है। फिलहाल इस महिला के पास अपने बचाव के लिए 30 दिन का समय है।