आज कहानी दुनिया के सबसे बड़े हैकर हमजा बेंडेलाज की, जिसने अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई को भी परेशान करके रख दिया था। हालांकि, कई सालों की मशक्कत के बाद उसे थाईलैंड में पकड़ लिया गया था। हमजा बेंडेलाज ने अपने एक साथी के साथ मिलकर एक मैलवेयर के जरिए 200 से अधिक अमेरिकी बैंकों और वित्तीय संस्थानों से पैसे चोरी कर लिए थे।

दुनिया भर में हैप्पी हैकर और स्माइलिंग हैकर के नाम से मशहूर हमजा बेंडेलाज का जन्म अल्जीरिया के टिजी ओजो में हुआ। शुरुआत से ही पढ़ने-लिखने में तेज और कंप्यूटर से दोस्ती ने उसे सामान्य किशोर से एक सबसे बड़े हैकर्स की सूची में शामिल कर दिया। हैकर बेंडेलाज को एक दो नहीं बल्कि एक 5 भाषाएं आती है। लेकिन जब उसने साइबर हैकिंग की दुनिया में नाम बनाया तो उसने इंटरपोल और एफबीआई जैसी खुफिया एजेंसी को 5 साल तक छकाया।

हमजा ने अपने रूसी साथी अलेक्जेंडर एंड्रीविच पैनिन के साथ मिलकर स्पाईआई नामक मैलवेयर बनाया। फिर इन दोनों ने स्पाईआई के जरिये 200 से अधिक अमेरिकी बैंकों और वित्तीय संस्थानों से पैसे चोरी करने शुरू किए। दरअसल, स्पाईआई एक तरह से ऑनलाइन बैंकिंग क्रेडेंशियल, क्रेडिट कार्ड की जानकारी, उपयोगकर्ता नाम, पासवर्ड जैसे गोपनीय, व्यक्तिगत और वित्तीय जानकारी को ऑटोमेटिक चोरी करने के लिए बनाया गया था।

अलेक्जेंडर एंड्रीविच पैनिन और हमजा बेंडेलाज पर आरोप था कि उन्होंने 2009 और 2011 के बीच स्पाईआई का उपयोग कर 10 मिलियन से अधिक कंप्यूटरों को हैक किया था। जिससे कई सारे लोगों और संस्थानों को लगभग 1 बिलियन डॉलर का वित्तीय नुकसान उठाना था। जिसके बाद उन दोनों के पीछे एफबीआई और इंटरपोल जैसी एजेंसियां हाथ धोकर पीछे पड़ गई थी। तीन साल तक पीछा करने के बाद, बेंडेलाज को 7 जनवरी, 2013 को थाई पुलिस ने बैंकॉक में एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था।

हमजा बेंडेलाज में इस दौरान कोई विरोध नहीं जताया, जबकि वह अपने परिवार के साथ था। गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी, बेटी को लेकर मिस्र चली गई थी। हथकड़ी लगाए जाने पर भी वह परेशान नहीं था बल्कि उसकी मुस्कुराते हुए कई तस्वीरें अखबारों और टीवी चैनल्स में चली थी। इसी कारण उसे “हैप्पी हैकर” का नाम दिया गया था। थाई पुलिस के अनुसार, बेंडेलाज का नाम एफबीआई की मोस्ट वांटेड लिस्ट की टॉप टेन श्रेणी में शामिल था।

गिरफ्तारी के बाद हमजा को मई, 2013 में संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया था। जिसके बाद, अटलांटा में उस पर मुकदमा चलाया गया था; जहां उसे 25 जून, 2015 को दोषी ठहराया गया था। फिर उसे 15 साल की सजा सुनाई गई थी। वहीं, साल 2013 में गिरफ्तार हुए रूस के अलेक्जेंडर एंड्रीविच पैनिन को भी स्पाईआई (SPYEYE) नामक मैलवेयर को बनाने और उसके प्रयोग से दुनिया भर के बैंकों/वित्तीय उद्योग को करोड़ों डॉलर का नुकसान पहुंचाने के आरोप में 9 साल की सजा सुनाई गई थी।